नई दिल्ली: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने वैश्विक वामपंथी राजनीति पर तीखा हमला किया और वामपंथियों के दोहरे मापदंडों को उजागर किया। मेलोनी ने कहा कि वामपंथी नेता राष्ट्रवादी विचारधारा को खारिज करते हुए उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हैं, जबकि खुद वे अपनी नीतियों को लेकर एक विशेष तरह के दोहरे मापदंड अपनाते हैं। वाशिंगटन डीसी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस के दौरान मेलोनी ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई मिलकर एक नए वैश्विक दक्षिणपंथी आंदोलन का निर्माण कर रहे हैं।
दोहरे मापदंडों का आरोप
मेलोनी ने वामपंथी राजनीति पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि जब ये राष्ट्रवादी नेता अपने देशों के राष्ट्रीय हितों और सीमा सुरक्षा की बात करते हैं, तो उन्हें वामपंथी यह कहकर आलोचना करते हैं कि वे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। मेलोनी ने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वामपंथियों का यह ‘दोहरा चरित्र’ अब पूरी दुनिया के सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया वामपंथी नेताओं की झूठी कहानियों पर विश्वास नहीं करती और उन्हें यह महसूस हो रहा है कि राष्ट्रवादी नेताओं पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे प्रेरित और असत्य हैं।
वामपंथियों की घबराहट पर मेलोनी का बयान
मेलोनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके कार्य करने की शैली पर भरोसा जताते हुए कहा कि यह साफ दिखता है कि वामपंथी नेताओं में घबराहट फैल रही है। वह इस घबराहट के पीछे की वजह बताते हुए कहती हैं कि दक्षिणपंथी नेता दुनिया भर में अपनी नीतियों को लागू कर रहे हैं और वैश्विक मुद्दों पर आपस में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वामपंथी इस बात से चिंतित हैं क्योंकि दुनिया भर में दक्षिणपंथी विचारधारा को स्वीकार किया जा रहा है और उनकी शक्तियां बढ़ रही हैं।
1990 के दशक के ग्लोबल लेफ्टिस्ट नेटवर्क की याद दिलाई
मेलोनी ने वामपंथियों पर तंज कसते हुए कहा, “जब 90 के दशक में बिल क्लिंटन और टोनी ब्लेयर ने ग्लोबल लेफ्टिस्ट नेटवर्क बनाया था, तब उन्हें महान राजनेता माना गया था। लेकिन आज जब ट्रंप, मेलोनी, मोदी और मिलेई जैसे नेता वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं, तो उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया जाता है। यही वामपंथियों का दोहरा मापदंड है।”
अवैध प्रवासियों का संकट और सख्त कदम की जरूरत
मेलोनी ने अपनी चिंता भी जाहिर की कि इटली समेत पूरे यूरोप में अवैध प्रवासियों का संकट लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि जैसे अमेरिका में ट्रंप और भारत में पीएम मोदी ने अवैध प्रवासियों पर कठोर कदम उठाए हैं, वैसे ही इटली में भी इस समस्या को हल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। मेलोनी ने इस विषय पर अपनी विचारधारा को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह एक गंभीर संकट है और इसके समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है।