जम्मू : जम्मू-कश्मीर में कुल 90 सीटों पर चुनाव हुए हैं, जिसके लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है। करीब 10 सालों के बाद जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव कराए गए हैं। गिनती के साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि सरकार किसकी बनने वाली है।
चुनाव परिणाम से पहले के एग्जिट पोल पर नजर डालें, तो पता चलता है कि INC और NC सबसे आगे चल रहे हैं। एगजिट पोल में यह भी स्पष्ट किया गया कि जम्मू-कश्मीर की आवाम उमर अब्दुल्ला को अपने नए मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है।
हालांकि BJP के रवींद्र रैना दूसरे नंबर पर चल रहे हैं। वहीं PDP की महबूबा मुफ्ती तीसरे नंबर पर काबिज हैं। इन सबके अलावा JKAP के अल्ताफ बुखारी, DPAP के गुलाम नबी आजाद, JKPC के सज्जाद लोन और बीजेपी के जितेंद्र सिंह के नामों की भी चर्चा है।
हालांकि इन एग्जिट पोल का वास्तविकता से कोई खास लेना-देना नहीं होता है। शाम तक सारी अटकलें समाप्त हो जाएंगी। इस साल का चुनाव और चुनावी परिणाम जम्मू-कश्मीर के लिए खास महत्व रखता है, क्योंकि बीते 6 वर्षों से राज्य में कोई भी चुनी हुई सरकार नहीं है।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह पहला मौका है, जब चुनाव हुए हैं। इससे पहले 2014 में 87 सीटों पर चुनाव हुए थे। उस चुनाव में BJP को 25, PDP को 28, कांग्रेस को 12 और NC ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके अलावा 3 सीटों पर निर्दलीय और 4 सीटों पर अन्य दलों को जीत मिली थी।
इसके बाद से पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन की सरकार बनी थी, जो 2018 में टूट गई। इसमें महबूबा मुफ्ती को इस्तीफा देना पड़ा था। इस बार जम्मू में 43 सीटों पर औऱ कश्मीर में 47 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है। खबर है कि INC औऱ NC को PDP का साथ मिल सकता है।
नेशनल कांफ्रेंस के वाइ प्रेसीडेंट उमर अब्दुल्लाह जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री होंगे। इस बात की घोषणा नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्लाह ने की। उन्होंने कहा कि जनता ने 10 सालों के बाद हमें अपना मत दिया है। इस पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राज्य की तरक्की के लिए एख स्थिर सरकार का होना आवश्यक है। जम्मू-कश्मीर की आवाम को बधाई देते हुए महबूबा ने कहा कि लोगों को भी राज्य की जनता भी एक स्थिर सरकार चाहती है।