जमशेदपुर: बिष्टुपुर थाना क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी के बड़े मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 475 शीशी विनसेरेक्स कफ सिरप और 90 नाइट्रोसन टैबलेट बरामद की गई हैं। वहीं इस मामले के मास्टर माइंडधीरज कुमार और उसके सहयोगी कल्लू अब भी फरार हैं। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
धीरज कुमार, जो उलीडीह का रहने वाला है, इस नशीली दवा तस्करी के गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वहीं कल्लू, जो सोनारी क्षेत्र का निवासी है, उसका दाहिना हाथ माना जा रहा है। दोनों मिलकर शहर में नशीली दवाओं का नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन पुलिस की सतर्कता से गिरोह के दो सदस्य पहले ही दबोच लिए गए। इन्हीं दोनों सदस्यों ने कारोबार के मास्टर माइंडों के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा, पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को इस गिरोह के बारे में कई और जानकारी दी है जिसके आधार पर पुलिस इस कारोबार को संरक्षण देने वाली अन्य मछलियों की तलाश में जुट गई है।
ये दो युवक हुए थे गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए दोनों युवक बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले हैं। इनकी पहचान चंदन कुमार पांडे उर्फ अमित कुमार पांडे उर्फ नारायण और रवि रंजन चौधरी उर्फ विष्णु कुमार के रूप में हुई है। ये दोनों सरायकेला के आरआईटी थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहे थे।
नाइट्रोसन टैबलेट: अपराधियों की पसंदीदा नशा दवा
सिटी एसपी के अनुसार, नाइट्रोसन टैबलेट का उपयोग अक्सर अपराधी किस्म के युवक करते हैं। इसे खाने के बाद वे मानसिक रूप से संतुलन खो देते हैं और आसानी से किसी भी अपराध को अंजाम देने में सक्षम हो जाते हैं। यह टैबलेट कानून-व्यवस्था के लिए बेहद चिंता का विषय बन चुकी है।
पुलिस ने दर्ज किया केस, तलाश जारी
बिष्टुपुर थाना प्रभारी के बयान के आधार पर दोनों गिरफ्तार युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों को तुलसी भवन के पास से पकड़ा गया था। पुलिस अब फरार चल रहे मुख्य आरोपी धीरज कुमार और उसके साथी कल्लू को पकड़ने के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगातार छापेमारी कर रही है।