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Jamshedpur Education News: इंटरमीडिएट छात्रों का फूटा गुस्सा, सांसद और विधायक से मिले, कहा-सरकार कर रही हमारे भविष्य से खिलवाड़

सांसद विद्युत वरण महतो ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और कहा कि शिक्षक और छात्र लगातार उनसे इस मुद्दे पर मिलने आ रहे हैं।

by Reeta Rai Sagar
Intermediate students in Jamshedpur protest and meet MP and MLA, alleging government is playing with their future.
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  • समायोजन की समस्या को लेकर आंदोलन तेज, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और पोटका विधायक संजीव सरदार से भी मिलेंगे

Jamshedpur (Jharkhand): इंटरमीडिएट शिक्षा में हो रहे समायोजन और इससे उत्पन्न राज्यव्यापी समस्या के समाधान की मांग को लेकर इंटरमीडिएट छात्र संघर्ष समिति ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। आंदोलन के पहले चरण में समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो और जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी से मुलाकात कर उन्हें अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हेमंत पाठक ने इस अवसर पर राज्य की हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इतनी बड़ी और महत्वपूर्ण समस्या का ठीकरा केंद्र सरकार के मत्थे मढ़ने का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर, राजभवन भी राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है। हेमंत पाठक ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राज्य सरकार और राजभवन के बीच चल रही खींचतान में झारखंड के इंटरमीडिएट के छात्र बलि का बकरा बन रहे हैं।

उन्होंने छात्रों की व्यथा बताते हुए कहा कि 12वीं (इंटर द्वितीय वर्ष) के छात्रों की परीक्षा में अब केवल आठ महीने का समय शेष बचा है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उनका भविष्य क्या होगा। इस गंभीर मुद्दे पर कोई भी सांसद या विधायक एक शब्द भी कहने को तैयार नहीं है। छात्रों को महाविद्यालयों में प्रवेश भी नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण उनका शैक्षणिक जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।

इंटरमीडिएट छात्र संघर्ष समिति की प्रमुख मांग है कि 12वीं के छात्रों की पढ़ाई पूर्व की भांति कॉलेजों में ही जारी रखने की अनुमति दी जाए। समिति ने कहा कि यदि सरकार को वर्ष 2026 तक इंटर की पढ़ाई बंद करनी है, तो अभी भी छह महीने का समय शेष है। इस अवधि में वर्तमान 12वीं के छात्र अपनी अंतिम परीक्षा आसानी से दे सकते हैं। इसके साथ ही समिति ने यह भी मांग की है कि जो छात्र 11वीं की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होंगे, उनके भविष्य को लेकर राजभवन, राज्य सरकार और शिक्षा मंत्री की क्या योजना है, इसे सार्वजनिक किया जाए ताकि छात्रों और अभिभावकों के बीच व्याप्त असमंजस की स्थिति समाप्त हो सके।

सांसद विद्युत वरण महतो ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और कहा कि शिक्षक और छात्र लगातार उनसे इस मुद्दे पर मिलने आ रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस संदर्भ में राज्यपाल से बातचीत करेंगे और इस समस्या के समाधान के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

आंदोलन के अगले चरण की जानकारी देते हुए हेमंत पाठक ने बताया कि जल्द ही समिति का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल रघुवर दास और पोटका के विधायक संजीव सरदार से भी मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपेगा, ताकि इस समस्या को और भी प्रभावी तरीके से उठाया जा सके।

इंटरमीडिएट छात्र संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल में हेमंत पाठक के अलावा साहेब बागती, सैकत सरकार, जगदीप सिंह, श्रेया सिंह, गुलशन परवीन समेत कई अन्य छात्र भी शामिल थे, जिन्होंने अपनी मांगों को सांसद और विधायक के समक्ष रखा।

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