जमशेदपुर : जमशेदपुर के उलीडीह थानांतर्गत डिमना चौक के पास 15 नवंबर को टोनी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोनी मोहंती उर्फ चितरंजन मोहंती को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद किया है। मोनी मोहंती गोलमुरी के रिफ्यूजी कॉलोनी का रहने वाला है। वह पुराना शातिर अपराधी है। मोनी मोहंती के खिलाफ गोलमुरी, मानगो और सीतारामडेरा थाना में रंगदारी और पोक्सो एक्ट समेत कुल 10 केस दर्ज हैं। हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद से मोनी फरार चल रहा था। यह जानकारी सिटी एसपी शिवाशीष कुमार ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
मोनी मोहंती ने ही चलाई थी टोनी पर गोली
सिटी एसपी श्री कुमार ने बताया कि मोनी मोहंती ने ही पिस्टल से गोली मारकर टोनी सिंह की हत्या की थी। उसके बाद पुलिस ने मोनी मोहंती की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इस क्रम में सूचना मिली कि मोनी मोहंती उलीडीह में शिव मंदिर के पास आया हुआ है। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में मोनी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी बरामद की गयी है। उन्होंने बताया कि विगत 15 नवंबर की रात लगभग 11:45 बजे डिमना चौक के पास उमा टिफिन के सामने टोनी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना में शामिल तीन आरोपी अविनाश सिंह, उत्तम मंडल और नितेश पोद्दार को पुलिस नहीं गिरफ्तार कर पाई थी। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर ही रही थी। इस दौरान तीनों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। बाद में तीनों को पुलिस ने रिमांड पर लिया और सख्ती से पूछताछ की, तो पता चला कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी मोनी मोहंती है।
सभी नशे में थे, तभी हुआ विवाद
मोनी मोहंती ने पुलिस को बताया कि उत्तम मंडल, नितेश पोद्दार, टोनी सिंह और टोनी का दोस्त विष्णु टुडू सभी उमा टिफिन के सामने खड़े थे। सभी नशे में थे। उसी बीच उत्तम मंडल और नितेश पोद्दार का टोनी सिंह और उसके दोस्त विष्णु टुडू से विवाद हो गया। इसी विवाद में उत्तम मंडल और नितेश पोद्दार ने अविनाश सिंह को हथियार के साथ बुलाया। अविनाश अपने साथ मोनी मोहंती को लेकर मौके पर पहुंचा। वहां मोनी मोहंती ने टोनी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना में विष्णु टुडू को भी गोली लगी थी, लेकिन वह बच गया।
डीएसपी के नेतृत्व में बनी थी टीम
सिटी एसपी ने बताया कि घटना का खुलासा करने के लिए डीएसपी पटमदा वचन देव कुजूर और डीएसपी हेड क्वार्टर वन भोला प्रसाद सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इस टीम में उलीडीह थाना प्रभारी अमित कुमार के अलावा पुलिस अवर निरीक्षक विवेक पाल, अभिषेक कुमार, हरि महतो समेत अन्य शामिल थे।
जमीनी विवाद भी हो सकता है कारण
घटना के पीछे कुछ लोग जमीनी विवाद को कारण बता रहे हैं। मानगो में जमीन विवाद में काफी घटनाएं हो चुकी हैं। हो सकता है कि इस घटना के पीछे भी जमीन विवाद का कारण रहा हो। सिटी एसपी बताते हैं कि अभी उन्होंने कारण को लेकर ज्यादा गहराई से पूछताछ नहीं की है। पूछताछ जारी है। पूछताछ पूरी होने के बाद ही हत्या का मुख्य कारण पता चलेगा।
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