जमशेदपुर : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में एक मरीज का आंख निकालने का मामला सामने आया है। इसकी जांच स्वास्थ्य विभाग करा रही है। बीते बुधवार को जिले के सिविल सर्जन डा. जुझार माझी कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम (MGM) पहुंचे थे। जहां पर पीड़ित व उसके परिजनों को भी बुलाया गया था। सिविल सर्जन ने पीड़ित व्यक्ति से गहन पूछताछ की और उनकी एक-एक बातों को अपने डायरी में नोट की। चूंकि यह रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेजी जानी है और उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई होगी। दरअसल, घाटशिला प्रखंड के कीताडीह निवासी बुजुर्ग गंगाधर सिंह को मोतियाबिंद हुआ था, जिसके कारण उन्हें सही ढंग से दिखाई नहीं दे रही है।
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इसे देखते हुए उन्होंने इसकी शिकायत गांव की सहिया से की। सहिया ने गंगाधर सिंह को मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के लिए जमशेदपुर के केसीसी नेत्र हॉस्पिटल लेकर आई। यहां मरीज का ऑपरेशन 18 नवंबर 2021 को हुआ। इसके एक साल के बाद जिस आंख का ऑपरेशन हुआ था उसमें खुजली होने लगी। इसके बाद गंगाधर को फिर जांच कराने के लिए आठ अक्टूबर 2022 को केसीसी हॉस्पिटल लाया गया। यहां पर चिकित्सकों ने जांच की तो पता चला कि गंगाधर के असली आंख के जगह पर आर्टिफिशियल आंख लगी हुई है। यह मामला सामने आने के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया और कई स्तरों पर जांच की जा रही है।
साकची थाने में मामला दर्ज
पीड़ित व्यक्ति गंगाधर अपना एक आंख गंवा चुके हैं। अब वे सिर्फ एक ही आंख से देखते है। उनके द्वारा संबंधित अस्पताल केसीसी के खिलाफ साकची थाने में मामला भी दर्ज कराया गया है। इस मामले की जांच पुलिस पदाधिकारी रेणुका किस्कु कर रही है। वहीं, पीड़ित के आंख की जांच करने के लिए पूर्व में एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था। टीम में एमजीएम (MGM)अस्पताल के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डा. एमएम जमाल, सर्जन डा. सरवर आलम सहित एक अन्य चिकित्सक मौजूद थे। टीम ने जांच कर बताया कि फिलहाल पीड़ित व्यक्ति में जो आंख लगी है वह आर्टिफिशियल है, जिसके कारण वह बार-बार बाहर निकल आ रही है।
विधायक भी उठा चुके हैं मामले
इस मामले को स्थानीय विधायक रामदास सोरेन भी उठा चुके हैं। रामदास सोरेन घाटशिला के विधायक है। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इधर, पीड़ित व्यक्ति गंगाधर सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच अगर सही ढंग से हुई तो चौंकाने वाला खुलासा हो सकता है। गंगाधर सिंह ने कहा कि उन्हें केसीसी हॉस्पिटल की ओर से इलाज कराने के लिए कोलकाता भी ले जाया गया था। जांच टीम इस बिंदु पर भी जानकारी इकट्ठा कर रही है।