जमशेदपुर : झारखंड के राज्यपाल सह विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष गंगवार मंगलवार (4 फरवरी) को जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने के लिए आएंगे। यह समारोह विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जो छात्रों और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना करने का एक महत्वपूर्ण मंच बनकर उभरा है। समारोह की सभी तैयारियां विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन द्वारा पूरी की जा चुकी हैं।
दीक्षांत समारोह की तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
इस दीक्षांत समारोह को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और जिला प्रशासन दोनों ने व्यापक तैयारियां की हैं। एसएसपी किशोर कौशल ने जानकारी दी कि राज्यपाल के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी जाएगी, ताकि कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
गोल्ड मेडलिस्ट्स का सम्मान और विशेष पुरस्कार
समारोह में कुल 32 छात्राओं को उनके विषयवार प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर गणित विभाग की छात्रा मुस्कान महतो को ‘ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट’ का सम्मान दिया जाएगा, जो विश्वविद्यालय की सबसे उत्कृष्ट छात्रा के रूप में उभरी हैं।
- स्नातक गोल्ड मेडलिस्ट (2021-24 बैच)
- मानविकी संकाय : वर्षा प्रजापति (हिंदी)
- सामाजिक विज्ञान संकाय : अर्पिता दत्ता (इतिहास)
- विज्ञान संकाय : मुस्कान महतो (गणित)
- वाणिज्य संकाय : प्रीति कुमारी (अकाउंट्स)
- व्यावसायिक संकाय : रिया कुमारी सिंह (कंप्यूटर एप्लीकेशन)
स्नातकोत्तर, वोकेशनल, बीएड और एमएड गोल्ड मेडलिस्ट (2022-24 सत्र)
- गौरी सतपथी (बांग्ला)
- शौमिनी दास (अर्थशास्त्र)
- रिया सिंह (अंग्रेजी)
- नेहा कुमारी (हिंदी)
- विनिता कुमारी (इतिहास)
- प्रीति कुमारी (गृह विज्ञान)
- शताब्दी चटर्जी (संगीत)
- अंशिका कुमारी (दर्शनशास्त्र)
- पामिका झा (राजनीति विज्ञान)
- अंजलि कुमारी (मनोविज्ञान)
- सीमा महतो (संस्कृत)
- द्रक्षा रूमां (उर्दू)
- मिली सन्यासी (योगा)
- अंशु वर्मा (वाणिज्य)
- सबिहा जरीना खानम (बायोटेक)
- मिस्सी सलबा बोबोंगा (बॉटनी)
- सुजाता लक्ष्मी सिंह (कैमिस्ट्री)
- अमिषा प्रिया (मैथ्स)
- अनुश्री प्रसाद (फिजिक्स)
- सृष्टि लाल (जूलॉजी)
- निशा कुमारी (एमबीए)
- रजनी कुमारी (एमएलआईएससी)
- मिलन जोशी (एमएड)
- अंशु कुमारी (एमसीए)
- प्रियंका भकत (बीएड)
समारोह की महत्ता
यह दीक्षांत समारोह केवल जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के लिए ही नहीं, बल्कि उन छात्राओं के लिए भी एक ऐतिहासिक पल है जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से शिक्षा के इस महत्वपूर्ण पड़ाव तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की है। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली छात्राओं के लिए यह सम्मान उनके अद्वितीय प्रयासों और अकादमिक उत्कृष्टता का प्रतीक है।