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अमेरिका की सेकेंड लेडी बनने की राह पर जेडी वेंस की पत्नी उषा चिलुकुरी, जानें भारत से क्या है कनेक्शन

यह जोड़ी अमेरिका के सबसे बड़े मंच पर है, जहां जेडी वेंस अमेरिका के उपराष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। उषा के रूप में, उन्हें एक सहयोगी, साथी और जीवनसंगिनी मिली है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन में, बल्कि राजनीति और सार्वजनिक जीवन में भी उनका समर्थन करती हैं। उनका यह रिश्ता समाज, संस्कृति और व्यक्तिगत मेहनत का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है।

by Rakesh Pandey
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सेंट्रल डेस्क : अमेरिकी राजनीति में इस समय एक दिलचस्प और प्रेरणादायक प्रेम कहानी सामने आ रही है। उषा चिलुकुरी जो अब जेडी वेंस की पत्नी हैं, अमेरिका की सेकेंड लेडी बनने की ओर अग्रसर हैं। जेडी वेंस को हाल ही में अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है। वेंस का भारत से खास संबंध है, क्योंकि उनकी पत्नी भारतीय-अमेरिकी हैं। जेडी वेंस की पत्नी उषा का जन्म कैलिफोर्निया में हुआ था और उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। इस जोड़े की प्रेम कहानी केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की नहीं, बल्कि यह भी एक सांस्कृतिक और पारिवारिक विविधताओं के संगम का प्रतीक है।

उषा चिलुकुरी की पृष्ठभूमि

उषा का जन्म अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में हुआ था। वह यहां के उपनगरों में पली-बढ़ीं। उनके पिता एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और IIT से स्नातक हैं। वहीं, उनकी मां एक प्रसिद्ध मरीन बायोलॉजिस्ट थीं। दोनों ही अपने-अपने क्षेत्रों में अत्यधिक सक्षम और समर्पित पेशेवर थे। माता-पिता का प्रभाव उषा पर भी पड़ा। उषा की शिक्षा-दीक्षा एक सम्पन्न और उच्च शैक्षिक परिवार में हुई, जहां उन्हें सफलता और समर्पण के मूल्य सिखाए गए।

संघर्षपूर्ण रहा जेडी वेंस का जीवन


वहीं, जेडी वेंस का पालन-पोषण एक कठिन परिस्थिति में हुआ। उनकी मां ड्रग्स की आदी थीं, और उनका पालन-पोषण उनकी दादी ने किया। इस विपरीत पृष्ठभूमि के बावजूद, जेडी ने जीवन में अपनी कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की और एक वेंचर कैपिटलिस्ट और लेखक के रूप में खुद को स्थापित किया। उनकी संघर्ष की कहानी को उन्होंने अपनी किताब “हिलबिली एलेजी” में बयां किया है। उनकी इस किताब पर एक बेहतरीन फिल्म भी बनी।

दोस्ती से प्यार तक का सफर

जेडी और उषा की मुलाकात येल लॉ स्कूल में हुई थी। यहां उन्होंने एक राइटिंग असाइनमेंट पर साथ काम किया था। यहीं से दोनों की दोस्ती शुरू हुई। धीरे-धीरे यह दोस्ती एक गहरे रिश्ते में बदल गई। जेडी ने अपनी किताब में उषा के लिए अपनी भावनाओं को साझा करते हुए बताया कि वह हमेशा उनके बारे में सोचते रहते थे। एक दिन जब उन्हें पता चला कि उषा सिंगल हैं, तो उन्होंने तुरंत उन्हें डेटिंग पर चलने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद दोनों का रिश्ता धीरे-धीरे और गहरा हुआ।

सामाजिक चुनौतियों का सामना

जेडी और उषा के रिश्ते में विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उषा ने जेडी को उनकी कठिनाईयों में सहारा दिया और उन्हें उन परिस्थितियों के लिए तैयार किया जिनसे वह अपरिचित थे। एक ऐसी घटना का जिक्र करते हुए, जेडी ने बताया कि एक इंटरव्यू में फेल होने के बाद वह गुस्से में होटल के कमरे से बाहर निकल गए थे, लेकिन बाद में उषा ने उन्हें समझाया कि किसी भी स्थिति में भागना स्वीकार्य नहीं होता। उषा की समझदारी और धैर्य ने उनके रिश्ते को और मजबूत किया।

दस साल पहले जेडी और उषा ने की शादी


2014 में जेडी और उषा ने शादी की, और यह इंटरकल्चरल रिलेशनशिप उनके लिए दोनों की जिंदगी और करियर में सहायक साबित हुई। जब जेडी ने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में अपना परिचय दिया, तो उषा ने उन्हें एक आम इंसान की तरह पेश किया, जो पहले शाकाहारी नहीं था, लेकिन अब उसने शाकाहारी खाना खाया और अपनी मां के लिए भारतीय भोजन भी बनाना शुरू कर दिया। उषा के भारतीय भोजन और संस्कृति के प्रति प्रेम ने जेडी को भी इस संस्कृति को अपनाने के लिए प्रेरित किया।


चर्चा में है यह अमेरिकी जोड़ी


आज, यह जोड़ी अमेरिका के सबसे बड़े मंच पर है, जहां जेडी वेंस अमेरिका के उपराष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। उषा के रूप में, उन्हें एक सहयोगी, साथी और जीवनसंगिनी मिली है, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन में, बल्कि राजनीति और सार्वजनिक जीवन में भी उनका समर्थन करती हैं। उनका यह रिश्ता समाज, संस्कृति और व्यक्तिगत मेहनत का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है।

उषा चिलुकुरी और जेडी वेंस की कहानी एक प्रेरणा है, जो यह दर्शाती है कि व्यक्तिगत संघर्ष, सांस्कृतिक विविधताएं और पारिवारिक पृष्ठभूमि के बावजूद, सही मार्गदर्शन और समर्पण से सफलता मिल सकती है। यह जोड़ी न केवल व्यक्तिगत रूप से बल्कि एक राजनीतिक और सामाजिक रूप से भी अमेरिका में महत्वपूर्ण बदलाव लाने की क्षमता रखती है। उषा चिलुकुरी अब अमेरिका की सेकंड लेडी बनने की दिशा में अग्रसर हैं, और यह एक ऐतिहासिक पल होगा।

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