पटना : वक्फ संशोधन बिल आज लोकसभा में पेश होने वाला है और इस पर चर्चा दोपहर 12 बजे से शुरू होनी है। बिहार में बीजेपी की तीनों सहयोगी पार्टियां इस विधेयक का समर्थन करने का एलान पहले ही कर चुकी हैं। इस बीच, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी साफ कर दिया है कि पार्टी के सांसद इस बिल का समर्थन करेंगे। हालांकि, जेडीयू के कुछ मुस्लिम नेताओं को इस फैसले से खुशी नहीं है, लेकिन वे विरोध में खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं।
नीतीश कुमार ने लिया अहम फैसला
वक्फ संशोधन बिल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन प्राप्त हुआ है। बिल पेश होने से पहले जेडीयू ने इसे समर्थन देने का फैसला किया। पार्टी ने अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने और केंद्र सरकार के पक्ष में वोट देने का निर्देश दिया है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया, जब कई मुद्दों को लेकर पार्टी के अंदर असमंजस था।
बैठक में हुई चर्चा और नेताओं की राय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, को ही इस बिल पर अंतिम फैसला लेना था। मंगलवार को उन्होंने पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें वक्फ संशोधन बिल पर विस्तृत चर्चा की गई। इस बैठक में मंत्री अशोक चौधरी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी, विधान पार्षद ललन सर्राफ और प्रदेश उपाध्यक्ष सह विधान पार्षद रवींद्र प्रसाद सिंह समेत कई अन्य पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। चर्चा के दौरान, नीतीश कुमार ने पार्टी के नेताओं से उनकी राय ली और फिर इस बिल को समर्थन देने का निर्णय लिया।
जेडीयू प्रवक्ता का बयान
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि कई मुस्लिम संगठनों के प्रमुखों ने नीतीश कुमार से मुलाकात कर अपनी आशंकाएं जताई थीं। मुख्यमंत्री ने इन चिंताओं को गंभीरता से लिया और पार्टी के नेताओं को निर्देशित किया कि वे इन मुद्दों को ज्वॉइंट पार्लियामेंटरी कमेटी (जेपीसी) में उठाएं। राजीव रंजन ने विश्वास जताया कि वक्फ संशोधन विधेयक में इन सुझावों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार का हमेशा से अल्पसंख्यक समाज के प्रति प्रतिबद्धता रही है, और उन्होंने समाज के अन्य वर्गों के साथ-साथ अल्पसंख्यक समाज के विकास के लिए भी काम किया है।
जेडीयू की उम्मीद
जेडीयू प्रवक्ता ने यह भी कहा कि पार्टी को पूरा यकीन है कि उनके द्वारा उठाए गए सवालों को विधेयक में शामिल किया जाएगा। उनका मानना है कि इस मुद्दे पर पार्टी का दृष्टिकोण सकारात्मक है और इसमें किसी भी प्रकार की चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। राजीव रंजन ने यह स्पष्ट किया कि जेडीयू के नेताओं को उम्मीद है कि विधेयक में वे सभी मुद्दे समाहित किए जाएंगे, जिन्हें मुस्लिम संगठनों ने उठाया था। इस प्रकार, वक्फ संशोधन बिल पर नीतीश कुमार की ओर से समर्थन के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि जेडीयू इस बिल को लोकसभा में पारित करने में सरकार का साथ देगा।
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