नई दिल्ली : झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा भागीदारी दिखाई है। 13 जनवरी को हुए पहले चरण के मतदान में 43 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें से 37 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ते हुए अधिक मतदान किया। यह चुनाव राज्य की राजनीतिक दिशा में महत्वपूर्ण संकेत देता है, जहां महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने एक नई मिसाल कायम की है।
महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक
झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण में कुल मतदान प्रतिशत 66.65% रहा, जो कि पिछले चुनाव यानी 2019 के मुकाबले 2.75% अधिक है। इस वृद्धि में महिलाओं की भागीदारी का विशेष योगदान रहा। चुनाव आयोग के अनुसार, महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों के मुकाबले 4.8 प्रतिशत अधिक रहा। जहां पुरुषों का मतदान प्रतिशत 64.27% था, वहीं महिलाओं ने 69.04% की रिकॉर्ड हिस्सेदारी दर्ज की।
महिलाओं की बढ़ती राजनीतिक जागरूकता
यह आंकड़ा दर्शाता है कि झारखंड में महिलाओं का चुनावी महत्व बढ़ता जा रहा है। पहले चरण के मतदान में महिलाओं की बढ़ती जागरूकता और राजनीतिक भागीदारी एक सकारात्मक संकेत है, जो लोकतंत्र की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं के बीच चुनावी प्रक्रिया को लेकर जागरूकता बढ़ी है और वे अब मतदान को अपने अधिकार और जिम्मेदारी के रूप में देख रही हैं।
महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक
यह आंकड़ा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। झारखंड जैसे राज्य में, जहां समाज के विभिन्न वर्गों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ता है, वहां महिलाओं का बढ़ता राजनीतिक प्रभाव यह साबित करता है कि महिलाएं अब न केवल अपने घरों तक सीमित हैं, बल्कि वे चुनावी प्रक्रिया में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
राज्य में चुनावी माहौल और उत्साह
इस चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं की बड़ी भागीदारी यह भी दर्शाती है कि महिलाओं के लिए नीति निर्धारण में उनकी भागीदारी बढ़ी है और यह उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए सकारात्मक कदम है। चुनाव आयोग ने इस मतदान को लेकर महिलाओं की उत्साही भागीदारी को सराहा है।
आगामी चरणों में भी महिलाओं की भागीदारी की उम्मीद
पहले चरण के मतदान में महिलाओं का यह आंकड़ा आशाजनक है, और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले चरणों में भी महिलाओं की भागीदारी इसी तरह मजबूत बनी रहेगी। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि वे सभी क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि हर महिला अपनी वोट की ताकत का सही इस्तेमाल कर सके।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में महिलाओं ने मतदान के प्रतिशत में रिकॉर्ड तोड़ा है। जहां एक तरफ यह चुनावी प्रक्रिया में महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी का संकेत है, वहीं दूसरी ओर यह राज्य में राजनीतिक जागरूकता और सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। महिलाओं की बढ़ती भागीदारी न केवल लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है, बल्कि यह समाज में समानता और न्याय की ओर भी एक कदम बढ़ाती है।