रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक ओर एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे और उम्मीदवारों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में भी दरारें उभरने लगी हैं। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस द्वारा गठबंधन को लेकर एकतरफा फैसले पर नाराजगी जाहिर की है।
मनोज झा ने रांची में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जेएमएम और कांग्रेस ने बिना किसी परामर्श के 70 सीटों पर गठबंधन का ऐलान कर दिया, जो कि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के रांची में होने के बावजूद, उन्हें इस महत्वपूर्ण घोषणा की सूचना नहीं दी गई, जो गठबंधन के सहयोगियों के बीच समन्वय की कमी को दर्शाता है।
श्री झा ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा, “2019 के चुनावों में हमारे उम्मीदवार 5 सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे थे, लेकिन इस बार हमें सिर्फ 5 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया गया है, जो अनुचित है।” उन्होंने आगे कहा कि आरजेडी झारखंड में एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की क्षमता रखती है और गठबंधन में आरजेडी को उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
सांसद मनोज झा ने स्पष्ट किया कि आरजेडी के पास सभी विकल्प खुले हैं और पार्टी अपनी रणनीति तय करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जल्द ही पार्टी का अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर उभर रही इस खटपट ने गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस और जेएमएम आरजेडी की नाराजगी का समाधान कैसे करते हैं और क्या यह गठबंधन चुनाव से पहले अपनी स्थिति को सुधार पाता है या नहीं।