रांची : झारखंड विधानसभा के छठे सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को, विधानसभा अध्यक्ष के रूप में रवींद्रनाथ महतो के पुनः चुने जाने के बाद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रवींद्रनाथ महतो को बधाई दी और राज्य के सर्वांगीण विकास में सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
जनता के निर्णय का सम्मान करें
मुख्यमंत्री सोरेन ने विधानसभा में विपक्ष से अपील करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने जो निर्णय लिया है, उसका सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने इस चुनाव को लोकतंत्र की महत्ता से जोड़ते हुए कहा कि यह समय है जब हम सभी महान विभूतियों के सपनों को साकार करने में भूमिका निभाए।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र देश का सबसे बड़ा मंदिर है, और यह हमारे महान नेताओं की त्याग और समर्पण का परिणाम है। यह लोकतंत्र आज पूरी दुनिया में अपनी मजबूती और विविधता के लिए पहचाना जाता है। विभिन्न रंग, बोली, संस्कृति और सभ्यताएं मिलकर इस लोकतांत्रिक व्यवस्था को चलाती हैं, और इसका सम्मान आज भी जारी है।
रवींद्रनाथ महतो की अध्यक्षता में सदन की सफलता संतोष
मुख्यमंत्री ने रवींद्रनाथ महतो की अध्यक्षता में पंचम विधानसभा सत्र की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि महतो ने अपनी सहनशीलता और संवेदनशीलता के साथ सदन की कार्यवाही को कुशलतापूर्वक चलाया। उन्होंने सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच संतुलन बनाए रखने में महतो की भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि “आपने सदन की गरिमा को बनाए रखा है, और यही कारण है कि आप को फिर से छठी विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया है,” मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा। उन्होंने विश्वास जताया कि छठी विधानसभा भी पूर्व की तरह सर्वसम्मति से राज्य के विकास में योगदान करेगी।
राज्य के विकास के लिए मिलकर काम करने की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सभी इस विधानसभा में मिलकर राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। हमारी प्राथमिकता राज्य के नागरिकों की भलाई और समग्र विकास होगी।” उन्होंने उम्मीद जताई कि सदन की कार्यवाही को पारदर्शिता और सहमति के साथ चलाया जाएगा और राज्य की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।