रांची: झारखंड सरकार ने राज्य में कोविड-19 के नए JN.1 वेरिएंट के संभावित खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही, भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक चौकस किया गया है। राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह से तैयार रखने के निर्देश दिए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कमर कस ली है।
COVID-19 JN.1 वेरिएंट: स्थिति पर नजर
हाल ही में रांची में एक व्यक्ति COVID-19 पॉजिटिव पाया गया है, जो मुंबई से लौटकर आया था। यह झारखंड में मौजूदा कोविड लहर का पहला मामला है। हालांकि, अभी तक इस मामले में JN.1 वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा है कि सरकार पूरी तरह से सतर्क है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।
डॉ. अंसारी ने यह भी कहा कि “राज्य के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग और इलाज की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।”
ऑपरेशन सिंदूर: डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द
COVID-19 और संभावित आपात स्थिति को देखते हुए झारखंड सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की है। इसके तहत राज्य के सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि सभी सिविल सर्जनों, स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सकों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति, दवाइयों का स्टॉक, और बेड की उपलब्धता की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही कोविड वार्ड को फिर से सक्रिय करने की दिशा में काम शुरू हो गया है।
अन्य राज्यों में भी सतर्कता
बिहार समेत अन्य राज्यों में भी JN.1 वेरिएंट को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। हालांकि बिहार में अभी तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन भंडारण, वेंटिलेटर की स्थिति और टेस्टिंग केंद्रों की कार्यक्षमता की समीक्षा की जा रही है।
जनता के लिए अपील
झारखंड सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें। मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और हाथों की नियमित सफाई करना बेहद जरूरी है। सरकार की ओर से सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं, और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।