बेरमो : विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति बेरमो की ओर से शनिवार को बिनोद बिहारी महतो फुटबॉल ग्राउंड करगली में आयोजित विस्थापित सेमिनार में डुमरी विधायक जयराम महतो ने विस्थापितों के अधिकार के लिए एक नया आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम दो हमारे दो नहीं, बल्कि हम दो हमारे चार की तर्ज पर चलें।” उनका कहना था कि विस्थापित अपने दो बच्चों को साथ विद्रोह की भावना से तैयार करें, ताकि वे अपने हक के लिए मजबूती से खड़े हो सकें।
विस्थापितों के एकजुट होने की आवश्यकता
सेमिनार में विधायक जयराम महतो ने कहा कि कोयलांचल क्षेत्र में हजारों किसान और विस्थापित लोग पिछले 70 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। विस्थापित कई छोटे-छोटे समूहों में बंटे हुए हैं और सभी को निजी महत्वाकांक्षाएं छोड़कर एकजुट होना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक विस्थापित एकजुट नहीं होंगे, तब तक उनका शोषण जारी रहेगा।
जयराम महतो ने प्रशासन और कोल माफिया पर निशाना साधते हुए कहा कि कोयलांचल में विस्थापितों की जमीन से लूट हो रही है और प्रशासन की नाक के नीचे उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही छह जनवरी से प्रस्तावित बेमियादी चक्का जाम आंदोलन में अपनी पूरी ताकत के साथ शामिल होनो का संकल्प लिया।
विस्थापन आयोग की आवश्यकता व अन्य मांगें
सेमिनार में समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो ने कहा कि विधायक जयराम महतो को विधानसभा में विस्थापितों की आवाज उठाने का काम करना चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विस्थापिन आयोग बनाने का वादा किया था, लेकिन अब तक इसका गठन नहीं हुआ है। महासचिव काशीनाथ केवट ने विस्थापितों के लिए लंबित नियोजन, विस्थापित आयोग के गठन, और चार गुणा मुआवजा देने की मांग की।
समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो ने सेमिनार की अध्यक्षता की, जबकि डॉ. दशरथ महतो ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर पंचानन मंडल, रेखा कुमारी, मथुरा प्रसाद यादव, पवन रजवार, चंदन राम, धनेश्वर महतो, जानकी महतो समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे।