रांची : झारखंड में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (JUVNL) ने राज्यभर में व्यापक छापेमारी अभियान चलाया है। इस अभियान के दौरान 15 जिलों में 4,943 स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें 1,137 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। बिजली चोरी के इन मामलों से निगम को 2.66 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
राज्यव्यापी छापेमारी अभियान
निगम की ओर से 23 नवंबर को सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक राज्यभर में एक दिवसीय छापेमारी अभियान चलाया गया। इस अभियान में रांची, हजारीबाग, डालटनगंज, कोडरमा, गुमला, देवघर, गिरिडीह, साहेबगंज, सिमडेगा, चाईबासा, बोकारो, दुमका, सिमडेगा, रामगढ़ और जमशेदपुर जिलों के 4,943 स्थानों पर छापेमारी की गई। इस दौरान 1,137 लोगों के खिलाफ भारतीय विद्युत अधिनियम, 2003 की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई।
जुर्माना और वित्तीय नुकसान
इस अभियान में कुल 2.66 करोड़ रुपये की बिजली चोरी का पता चला, जिससे निगम को 1.89 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ। बिजली चोरी करने वालों पर संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है, और विभाग की ओर से यह कार्रवाई निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अविनाश कुमार के निर्देश पर की गई।
विभाग की अपील
झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड ने जनता से अपील की है कि वे बिजली चोरी की घटनाओं की सूचना दें, ताकि विभाग समय पर कार्रवाई कर सके और राज्य के ऊर्जा संसाधनों की रक्षा की जा सके। बिजली चोरी के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई से राज्य में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी और निगम को होने वाले वित्तीय नुकसान में कमी आएगी।