देवघर : केंद्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और झारखंड में बढ़ते घुसपैठियों के मुद्दे को उठाया। देवघर में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “झारखंड की जिस पवित्र माटी को बचाने के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया, आज वह फिर संकट में है।”
चौहान ने आरोप लगाया कि वह माटी, बेटी और रोटी, जिनके लिए भगवान बिरसा मुंडा ने ‘उलगुलान’ (क्रांति) का आह्वान किया था, आज उन पर घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं। उनका कहना था कि यह बहुत गंभीर स्थिति है, जहां झारखंड के संसाधन और मूल निवासी दोनों ही संकट में हैं।
कांग्रेस पर घुसपैठियों के समर्थन का आरोप
शिवराज चौहान ने कांग्रेस के झारखंड प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर के घुसपैठियों को गैस सिलेंडर देने वाले बयान पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इस बयान से सहमत हैं कि कांग्रेस सरकार बनने पर घुसपैठियों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिए जाएंगे?”
चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि इस बयान से दो बातें साफ हो जाती हैं—पहली, झारखंड में अवैध घुसपैठिए मौजूद हैं और दूसरी, ये घुसपैठिए कांग्रेस के वोट बैंक का हिस्सा हैं। उनका सवाल था, “क्या अवैध घुसपैठियों का पालन-पोषण कांग्रेस का एजेंडा बन चुका है?”
झारखंड के संसाधनों पर घुसपैठियों का कब्जा
शिवराज ने आगे कहा, “क्या झारखंड के संसाधनों पर घुसपैठियों का अधिकार है? क्या आदिवासियों की जमीनें छीनने वाले और उनकी अस्मिता से खिलवाड़ करने वाले घुसपैठियों के साथ कांग्रेस-जेएमएम का गठबंधन है?” उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या कांग्रेस और जेएमएम ने वोट के बदले अवैध घुसपैठियों के साथ कोई सौदेबाजी की है।
चौहान ने झारखंड की जनता से आग्रह किया कि वह इस मुद्दे पर जवाब मांगे। उनका कहना था कि “झारखंड की जनता को यह सवाल पूछने का हक है कि क्या यह गठबंधन उनकी आकांक्षाओं और संसाधनों के लिए सही है?”
झारखंड की जनता की जागरूकता की आवश्यकता
चौहान ने स्पष्ट किया कि झारखंड के लोग अब जागरूक हो गए हैं और वे आगामी विधानसभा चुनाव में इन मुद्दों को लेकर गंभीर हैं। भाजपा ने राज्य में आदिवासी समुदाय की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए कई कदम उठाने का वादा किया है।
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