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Jharkhand में राज्यपाल की बड़ी पहल : कुलपतियों संग बैठक, जानेंगे नई शिक्षा नीति की जमीनी हकीकत

नई शिक्षा नीति 2020 को लागू हुए पांच साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन देश के कई राज्यों की तरह झारखंड में भी इसका पूर्ण क्रियान्वयन अब तक नहीं हो सका है।

by Reeta Rai Sagar
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*रांची में 5 सरकारी और 5 निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से होगी सीधी बातचीत

रांची : झारखंड में उच्च शिक्षा की दिशा और दशा को लेकर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार एक अहम पहल करने जा रहे हैं। राज्यपाल, जो राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति भी हैं, 5 सरकारी और 5 निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक करेंगे। इस अहम बैठक का उद्देश्य है – नई शिक्षा नीति (NEP 2020) की वर्तमान स्थिति और उसके प्रभाव का गहराई से मूल्यांकन करना।

राजभवन से मिली जानकारी के अनुसार, यह बैठक आगामी दिनों में राजभवन, रांची में आयोजित की जाएगी। इस दौरान कुलपति अपने-अपने विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, चुनौतियों, प्रगति और आवश्यक संसाधनों की जानकारी साझा करेंगे।

बैठक के मुख्य एजेंडे होंगे

• नई शिक्षा नीति 2020 का अब तक कितना क्रियान्वयन हुआ
• विश्वविद्यालयों में मल्टी-डिसिप्लिनरी एजुकेशन की स्थिति
• स्किल डेवलपमेंट और डिजिटल लर्निंग की प्रगति
• छात्र-शिक्षक अनुपात और इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति
• निजी और सरकारी विश्वविद्यालयों के बीच समन्वय

विशेषज्ञों की मानें तो यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राज्यपाल की पहल से यह संकेत मिलता है कि वे उच्च शिक्षा व्यवस्था को लेकर सजग हैं और राज्य को शैक्षणिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं।

गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति 2020 को लागू हुए पांच साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन देश के कई राज्यों की तरह झारखंड में भी इसका पूर्ण क्रियान्वयन अब तक नहीं हो सका है। केवल कर्नाटक और मध्यप्रदेश में इसे लागू किया गया है। इस बैठक से कई अहम निर्णय और दिशा-निर्देश निकल सकते हैं, जो राज्य की उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।

इस बैठक से जहां राज्य के विश्वविद्यालयों को नयी दिशा मिलने की उम्मीद है, वहीं छात्रों के लिए भी यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है कि आने वाले समय में उन्हें बेहतर और समकालीन शिक्षा व्यवस्था का लाभ मिलेगा।

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