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Jharkhand human trafficking rescue : झारखंड की सात नाबालिग और तीन महिलाएं मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करायी गईं

by Anand Mishra
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खूंटी : झारखंड के खूंटी जिले में उपायुक्त लोकेश कुमार और पुलिस अधीक्षक अमन कुमार के निर्देशन में एक विशेष टीम ने मानव तस्करी के शिकार 10 लड़कियों को पंजाब, दिल्ली और गुड़गांव से रेस्क्यू कर मुक्त किया। इस अभियान में सात नाबालिग लड़कियां और तीन बालिग महिलाएं शामिल हैं, जिन्हें मानव तस्करों के चंगुल से बचाया गया। पुलिस के अनुसार, इनमें से कई पीड़िताएं 25-26 वर्षों से तस्करी के शिकार थीं।

लंबे समय से तस्करी का शिकार थीं

पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि यह अभियान राज्य और पुलिस प्रशासन द्वारा मानव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे संगठित प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अभियान आगे भी जारी रहेंगे। रेस्क्यू किए गए नाबालिगों में से एक लड़की मारंगहाड़ा थाना क्षेत्र से 20 दिन पहले दिल्ली ले जाई गई थी, जहां उसे गुड़गांव में घरेलू काम में लगाया गया।

रेस्क्यू की गई अन्य लड़कियां

खूंटी थाना क्षेत्र से चार महीने पहले दिल्ली ले जाई गई एक बच्ची को हरिद्वार ले जाकर घरेलू काम में लगाया गया था। अड़की थाना क्षेत्र से 20 दिन पहले दिल्ली भेजी गई बच्ची को नोएडा में घरेलू काम के लिए भेजा गया। जरियागढ़ थाना क्षेत्र की एक नाबालिग को डेढ़ महीने पहले दिल्ली भेजा गया था, जिसे बाद में पानीपत में घरेलू काम में लगाया गया। कर्रा थाना क्षेत्र से दो साल पहले दिल्ली भेजी गई एक बच्ची को घरेलू काम के लिए एक घर में रखा गया था और अब वह सीडब्ल्यूसी मयूर विहार दिल्ली में सुरक्षित है।

साथ ही, सरायकेला-खरसांवा जिले की एक लड़की को एक साल पहले दिल्ली में घरेलू काम के लिए भेजा गया था, जबकि गिरीडीह जिले की एक लड़की को छह महीने पहले दिल्ली में घरेलू काम के लिए भेजा गया था। इन सात नाबालिगों के अलावा, तीन बालिग महिलाओं को भी तस्करी से मुक्त किया गया।

मुक्त की गईं महिलाएं

इन तीन बालिग महिलाओं में फुलमनी कंडुलना (38 वर्ष, खूंटी जिला) को 27 साल पहले मानव तस्करों ने दिल्ली भेजा था, जहां उसे पश्चिम विहार, दिल्ली और गुड़गांव में घरेलू काम करने पर मजबूर किया गया। दूसरी महिला सलेयानी डांग (25 वर्ष, खूंटी जिला) को 2013 में केवल 13 साल की उम्र में तस्करों ने बेच दिया था। अब वह शादीशुदा है और उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में रह रही है, हालांकि उसने घर लौटने से मना कर दिया। तीसरी महिला रीता कुमारी (30 वर्ष, तोरपा खूंटी जिला) को दिल्ली से रेस्क्यू कर घर वापस लाया गया।

रेस्क्यू टीम में ये थे शामिल

रेस्क्यू ऑपरेशन में उपायुक्त लोकेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक अमन कुमार द्वारा गठित टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस टीम में एएचटीयू थाना प्रभारी फुलमनी टोप्पो, सहायक उप निरीक्षक रमजानुल हक, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अफताब खान और महिला आरक्षी प्रिया कुमारी शामिल थे।

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