Jamshedpur : जनसुविधा मंच के बैनर तले गुरुवार को सैकड़ों लोग साकची थाने के बाहर जमा हुए और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंच से जुड़े नेताओं ने थाने को वसूली का अड्डा बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। लोगों की भीड़ को देखते हुए पुलिस ने थाने का गेट बंद कर दिया था। प्रदर्शन करने वाले लोग हाथों में तख्ती और बैनर लिए हुए थे। पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान सरकारी बैनर को फाड़ दिया गया है। इस पर थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो संबंधित लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनसुविधा मंच के आरोप

जनसुविधा मंच के नेताओं ने कहा कि साकची थाना क्षेत्र में सट्टा और मटका खुलेआम चल रहा है। होटलों में अनैतिक गतिविधियां हो रही हैं। अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। बाजार में अतिक्रमण की वजह से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को घुसने का रास्ता नहीं बचा है। नेताओं ने सख्त लहजे में कहा कि अगर साकची बाजार में आग लगती है तो लगभग 200 परिवारों की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने अतिक्रमण हटाने की मांग करते हुए कहा कि अब जनसुविधा मंच ने साकची थाना के खिलाफ “उलगुलान” छेड़ दिया है। साथ ही, थाना प्रभारी को हटाने की मांग भी रखी गई।
इन दो मामलों के चलते प्रदर्शन
साकची थाना प्रभारी के अनुसार, यह सारा विवाद दो मामलों में नेताओं की पैरवी न सुनने के कारण खड़ा हुआ है। काशीडीह में सस्वती पूजा विवाद हुआ था। दो पक्षों में झगड़े के बाद पहले तो पुलिस ने समझौता करा के मामला रफा दफा कर दिया था। मगर, बाद में फिर मारपीट हुई तो पुलिस ने गिरफ्तारियां की थीं और नेताओं की दखलअंदाजी को नजरअंदाज किया गया था। इसके अलावा हाल ही में एक पारिवारिक विवाद सामने आया है। एक बेटे द्वारा अपने पिता को खर्च और भोजन न देने के मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही थी, जिसमें भी कुछ नेताओं ने हस्तक्षेप कर पैरवी करने की कोशिश की थी। उनकी पैरवी नहीं सुनी गई। इस वजह से लोग पुलिस से नाराज हैं। थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि पुलिस नियम और कानून के तहत कार्रवाई करती है, और किसी भी प्रकार के राजनीतिक दबाव में आकर काम नहीं करेगी।
पुलिस की अगली कार्रवाई
पुलिस अब प्रदर्शन के दौरान हंगामे के आरोपों की जांच में जुट गई है। यदि पुलिस का बैनर फाड़ने और थाना परिसार में हंगामे की बात सिद्ध होती है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।