- चाईबासा व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ताओं के लिए ई-कोर्ट फाइलिंग प्रशिक्षण शिविर आयोजित
चाईबासा : झारखंड न्यायिक अकादमी, रांची के तत्वावधान में शनिवार को व्यवहार न्यायालय चाईबासा में अधिवक्ताओं और अधिवक्ता लिपिकों के लिए एक दिवसीय ई-कोर्ट फाइलिंग और वर्चुअल कोर्ट प्रक्रिया प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शाकिर ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण अधिवक्ताओं को तकनीकी रूप से समृद्ध और अद्यतन बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा।
ई-कोर्ट फाइलिंग से मिलेगा नया तकनीकी लाभ
मुख्य न्यायाधीश ने बताया कि ई-कोर्ट फाइलिंग की प्रक्रिया में यह प्रशिक्षण अधिवक्ताओं के लिए लाभकारी साबित होगा। यह प्रशिक्षण न केवल उनके तकनीकी ज्ञान को बढ़ावा देगा, बल्कि यह ई-कोर्ट फाइलिंग की प्रक्रिया को भी तेज गति प्रदान करेगा। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिवक्ताओं और लिपिकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए बधाई दी।
जिला अधिवक्ता संघ ने किया स्वागत
इस मौके पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिवक्ताओं के तकनीकी ज्ञान को निखारने में मददगार साबित होंगे। इस प्रशिक्षण से वर्चुअल कोर्ट और ई-कोर्ट की प्रक्रिया को सही दिशा मिलेगी।

प्रशिक्षण में योगदान देने वाले विशेषज्ञ
इस कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह और अधिवक्ता अजित विश्वकर्मा ने प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम के संचालन का कार्य प्राधिकार के सचिव ने किया। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के सचिव अगस्तीन कुल्लू, उपाध्यक्ष कैसर परवेज और अन्य न्यायालयकर्मी, अधिवक्ता, और अधिवक्ता लिपिक भी उपस्थित थे। बता दें कि इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य ई-कोर्ट और वर्चुअल कोर्ट की प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाना है, ताकि झारखंड में न्यायिक प्रक्रिया को तकनीकी रूप से सशक्त किया जा सके।