धनबाद : झारखंड के धनबाद जिला स्थित एसएनएमएमसीएच अस्पताल में एक ऐसी प्रेम कहानी देखने को मिली, जिसने प्यार की सीमाओं को फिर से परिभाषित कर दिया। कुमारधुबी के आलोक और नेहा गुप्ता की दो साल की प्रेम कहानी ने एक नया मोड़ तब लिया, जब आलोक ने प्रेमिका के वियोग में जहर खा लिया।
अस्पताल में सिंदूर और कसमें
आलोक को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो नेहा को खबर मिलते ही वह भागकर पहुंची। अपने साथ सिंदूर लेकर आई नेहा ने अस्पताल के वार्ड में ही आलोक की मांग भरी और जीवन भर साथ निभाने की कसमें खाईं। इस अनोखी शादी को अस्पताल के मरीजों, उनके परिजनों और कर्मचारियों ने अपनी आंखों से देखा।
घरवालों की नाराज़गी और प्यार की जीत
आलोक ने बताया कि उनके घरवाले शादी के लिए तैयार थे, लेकिन नेहा के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। नेहा के भाई की धमकियों और परिवार के विरोध के चलते आलोक ने हताश होकर जहर खा लिया। हालांकि, प्यार की ताकत ने सभी मुश्किलों को पार कर दिया।
अस्पताल में गूंजी शहनाई
अस्पताल का प्वाइजनिंग वार्ड, जहां कभी सिर्फ दर्द और निराशा का माहौल होता था, आज प्यार और खुशियों का गवाह बना। इस अनोखे विवाह ने हर किसी को भावुक कर दिया। लोगों ने इस पल को अपने मोबाइल में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया।
प्यार की नई परिभाषा
अस्पताल में हुई इस शादी ने समाज में एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोगों ने इसे प्यार की जीत बताया, तो कुछ ने इसे जल्दबाजी में उठाया गया कदम। लेकिन आलोक और नेहा के लिए यह सिर्फ एक बात थी – उनका अटूट प्यार।