रांची : झारखंड सरकार खेल विकास को लेकर पूरी तरह संकल्पबद्ध है। इसी दिशा में गुरुवार को राज्य के खेलकूद, युवा कार्य, कला-संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने रांची स्थित कई प्रमुख खेल परिसरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कई जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि झारखंड में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को नई गति दी जाएगी। इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
सैफ एथलेटिक्स चैंपियनशिप का लिया जायजा
निरीक्षण की शुरुआत मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम से हुई, जहां आगामी सैफ एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की तैयारियों का जायजा उन्होंने लिया। मंत्री सुदिव्य कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आयोजन से पहले स्टेडियम की सभी आधारभूत संरचनाओं एवं जरूरी सुविधाओं को बेहतर किया जाए। उन्होंने खेल विभाग को रांची जिला प्रशासन से फुटबॉल ग्राउंड का शीघ्र हैंडओवर प्राप्त करने और कार्य आरंभ करने के निर्देश भी दिए।
खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण व संसाधन
मंत्री ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में अबुआ सरकार झारखंड में खेलों को नई ऊंचाई देने के लिए कृतसंकल्प है। हमारा उद्देश्य है कि झारखंड के प्रतिभाशाली खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राज्य और देश का नाम रोशन करें। खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। इसके बाद मंत्री ने मोरहाबादी इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों को शीघ्र प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाए।
खिलाड़ियों से भी किया संवाद
इसके साथ ही मंत्री ने खेल विभाग द्वारा संचालित हाई परफॉर्मेंस सेंटर का भी दौरा किया। यहां उन्होंने खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध फिटनेस उपकरणों और तकनीकी संसाधनों की समीक्षा की। उन्होंने खिलाड़ियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं और चुनौतियों को समझने का प्रयास भी किया। इसके अलावा उन्होंने खेलगांव परिसर स्थित एथलेटिक्स स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम और बैडमिंटन स्टेडियम का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेएसएसपीएस के अधिकारियों के साथ बैठक की और संस्था की कार्ययोजना की प्रगति की समीक्षा की। जेएसएसपीएस द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्होंने खेलगांव के विकास की रणनीति को समझा और आवश्यक सुझाव दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खेलगांव को इस रूप में विकसित किया जाए कि वह भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने में पूरी तरह सक्षम हो सके।