खूंटी : झारखंड के खूंटी जिले से एक दु:खद खबर सामने आई है। खूंटी के कांग्रेस सांसद कालीचरण मुंडा और झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा के चचेरे भाई बैजनाथ मुंडा का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे और खूंटी सदर अस्पताल में अपराह्न लगभग चार बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
घर में अचानक गिरने के बाद हालत बिगड़ी
परिवार के अनुसार, बैजनाथ मुंडा शुक्रवार दोपहर तक पूरी तरह से स्वस्थ थे, लेकिन अचानक शाम करीब तीन बजे वे घर के बाथरूम में गिर पड़े। परिवार के लोग उन्हें तुरंत खूंटी सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनकी स्थिति गंभीर होने पर सांसद कालीचरण मुंडा, मो नईमुद्दीन खान और सिविल सर्जन डॉ. नागेश्वर मांझी भी अस्पताल पहुंचे। हालांकि, सिविल सर्जन ने उन्हें रिम्स रेफर करने से इनकार कर दिया और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उनके निधन का कारण ब्रेन हेमरेज बताया है।
परिवार और क्षेत्रवासियों में शोक
बैजनाथ मुंडा का निधन उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही सांसद कालीचरण मुंडा भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए। बैजनाथ मुंडा का पार्थिव शरीर खूंटी के मार्टिन बंगला स्थित आवास लाया गया, जहां श्रद्धांजलि देने के लिए इलाके के लोग जमा हो गए।
बैजनाथ मुंडा का राजनीतिक जीवन
बैजनाथ मुंडा अविभाजित बिहार के दिवंगत मंत्री टी मुचिराय मुंडा के आप्त सचिव रह चुके थे। वे अपने पीछे दो बेटियां और दो बेटे छोड़ गए हैं। उनके निधन पर क्षेत्र के विभिन्न नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रवि मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष रामकृष्णा चौधरी, डॉ. निर्मल सिंह, कांग्रेस नेता सयूम अंसारी, पीटर मुंडू, कुणाल कमल कच्छप समेत कई लोगों ने संवेदना व्यक्त की है।