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झारखंड : मरीजों को बाहर से दवा खरीदने की जरूरत नहीं, रिम्स ने कैंपस में ही खोली दुकान

by Vivek Sharma
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RANCHI : झारखंड के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल रिम्स में प्रबंधन ने सुधार के प्रयास तेज किए हैं। मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए प्रबंधन ने नई पहल की है। इसके तहत मरीजों को तय दुकानों से ही दवा खरीदने को कहा गया है। इसके अलावा बाहर से दवा खरीदने पर मरीजों को नुकसान होता है, तो इसके लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं होगा। बता दें कि मरीजों को सस्ती दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रबंधन ने कैंपस में दो दुकानों की शुरुआत की है।
हॉस्पिटल की मेन बिल्डिंग में प्रबंधन ने अमृत फार्मेसी और भारतीय जन औषधि केंद्र की शुरुआत की है। जन औषधि केंद्र में 500 से अधिक दवा उपलब्ध है। अमृत फार्मेसी में भी सैंकड़ों दवा मिल रही है। इसके अलावा सर्जिकल आइटम्स और इंप्लांट भी मरीजों के लिए सस्ती दर पर उपलब्ध है।

5 से 6% तक मिलती छूट

निर्धारित दुकानों से खरीदने पर मरीजों को सस्ती दवा मिल रही है। जन औषधि केंद्र में दवा खरीदने पर मरीजों को 5 से 6 परसेंट छूट दी जा रही है। वहीं अमृत फार्मेसी में भी दवा खरीदने पर भारी डिस्काउंट दिया जा रहा है। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिल रही है।

इनडोर में मिलती है फ्री दवा

हॉस्पिटल के इनडोर में मरीजों को ज्यादातर दवा बिना किसी चार्ज के ही मिलती हैं। अगर कोई दवा रिम्स में उपलब्ध नहीं हो, तो अमृत फार्मेसी या फिर जन औषधि केंद्र से दवा लाने को कहा जाता है। हालांकि ज्यादातर मरीजों को दवा रिम्स से ही मिल जाती है। वहीं ओपीडी वाले मरीजों को भी रिम्स की डिस्पेंसरी से कई दवा फ्री में मिल जाती है। इससे ओपीडी के मरीजों को भी बड़ी राहत मिलती है।

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