धनबाद : जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, चुनाव प्रचार परवान चढ़ता जा रहा है। एक ओर सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप के दौर में वार -पलटवार जारी है। दूसरी ओर जनसभा के माध्यम से भी अब प्रत्याशी मुखर होते जा रहे हैं। शनिवार को झरिया के घनुआडीह में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा-झरिया को दो नंबरी लोगों से बचाना है और झरिया को एक नंबर बनाना है।
पूर्णिमा नीरज ने झरिया के लोगों को विस्थापन की समस्या पर संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में किसी की हिम्मत नहीं हुई कि बगैर स्थायी आवास के किन्हीं को घर से कोयला उत्खनन के लिए बाहर निकाला गया हो।आज जो घर दिलवाने की बात करते हैं, बरसों से झरिया को टापू बनाकर अपना घर भरने वाले हैं। उनकी सांठगांठ आउटसोर्सिंग कम्पनी से है और वे सत्ता में आकर पूरे झरिया को खाली करा देना चाहते हैं। झरिया को बचाने जो आता है ये उनकी हत्या करवा देते है। इन्होंने झरिया को बचाने वाले नीरजजी की हत्या करा दी। झरिया की जनता सोचे कि जो अपने भाई के नहीं हो सके, वो दूसरों के क्या होंगे! इसलिए झरिया को बचाने की जिम्मेवारी फिर से आज यहां की जनता के हाथों में है।
पूर्णिमा नीरज ने कहा कि झरिया की समस्याओं का हल झरिया में ही है। झरिया में अपना अस्पताल, अपना कॉलेज और हर घर पानी अगले कुछ महीनों में दूर हो जाएगा। इसके साथ ही हर उम्र की महिलाओं और बच्चियों को सरकार की ओर से आर्थिक संबल मिल रहा है जो आज तक किसी सरकार ने नहीं सोचा। आज इंडिया गठबंधन ने हर घर तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाया है और सरकार आगे भी अधिक निष्ठा के साथ आम जनता को अधिक मजबूत करेगी।
जनसभा से पहले झरिया विधायक सह महागठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी पूर्णिमा सिंह ने शनिवार को झरिया के लोदना-12 नंबर महावीर स्थान, रवानी टोला लिलोरी पथरा, छलछलिया धौरा, मस्जिद पट्टी, शिव मंदिर बाई क्वार्टर, बंधू धौरा लोदना-4 नंबर, खपड़ा धौरा, हाड़ी पट्टी, पठान पट्टी, मल्लाह पट्टी, बाबू बासा, गोलकडीह जागधौरा, एमओसीपी हॉस्पिटल गेट, गोकुलधाम पार्क व गोल्डन पहाड़ी समेत कई इलाक़ों में नुक्कड़ सभाओं और डोर-टू-डोर के माध्यम से जनसंपर्क में हिस्सा लिया।
पूर्व महापौर धनबाद इंदु देवी, राष्ट्रीय जनता कामगार संघ महामंत्री आशिनी सिंह, मुन्ना सिंह, रामकृष्ण पाठक, माक़पा माले ज़िला सचिव बिंदा पासवान, राधेश्याम वाल्मीकि, हराधन मोदक, बुद्ध यादव, राज आनंद सिंह, रविंद्र भुईया, सिंकू सिंह,राजकुमार ठाकुर, प्रकाश मंडल, अमरजीत यादव, अमर प्रसाद, सोनू सिंह, पवन पाण्डेय, भास्कर झा, राजू महतो, माधुरी देवी, मनोज गुप्ता, चिरंजीत बाउरी, हरे कृष्णा साव, ओबिन बाउरी, पंकज बाल्मीकि, अमीर बाउरी, अमित साव, मधुसूदन राय, हेमराज चौहान, रत्नेश यादव, प्रीतम रवानी, राजीव पांडेय, उत्तम, राकेश, सूरज, तिलेश्वर, विक्की, दीपक, टुनटुन, उज्ज्वल, राकेश, अजय और दीपक समेत सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग और समर्थक मौजूद थे।