रांची : कांग्रेस ने बिहार और झारखंड में संगठनात्मक बदलाव करते हुए नए प्रभारियों की नियुक्ति की है। बिहार कांग्रेस का नया प्रभारी कृष्णा अल्लावरु को बनाया गया है, जबकि झारखंड का प्रभार के. राजू को सौंपा गया है।
कौन हैं के. राजू?
के. राजू कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रणनीतिकार माने जाते हैं। वे राहुल गांधी के करीबी हैं और संगठन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। झारखंड में उनकी नियुक्ति को कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है।
बिहार में कृष्णा अल्लावरु को मिली जिम्मेदारी
बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरु फिलहाल युवा कांग्रेस के प्रभारी भी हैं। उनकी गिनती राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के विश्वासपात्रों में होती है। वे पर्दे के पीछे रहकर रणनीति बनाने में माहिर माने जाते हैं।
चुनाव से पहले संगठन में बदलाव
कांग्रेस ने यह फैसला दिल्ली चुनाव में मिली हार और लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद लिया है।झारखंड में के. राजू की नियुक्ति से राज्य में संगठन को मजबूती मिलने की उम्मीद है।बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कृष्णा अल्लावरु की नियुक्ति कांग्रेस के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है।
क्या पड़ेगा असर?
बिहार कांग्रेस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिससे राजद (RJD) पहले ही नाराजगी जता चुका है। राहुल गांधी भी बिहार चुनाव को लेकर अत्यधिक सक्रिय नजर आ रहे हैं और लगातार कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं। अब देखना होगा कि झारखंड में के. राजू और बिहार में कृष्णा अल्लावरु की नियुक्ति से कांग्रेस को कितना फायदा मिलता है।
इन राज्यों के भी प्रभारी बदले
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पंजाब का महासचिव नियुक्त किया गया है, जबकि सैयद नासिर हुसैन को महासचिव पद देकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, रजनी पाटिल को हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़, बीके हरिप्रसाद को हरियाणा, हरीश चौधरी को मध्य प्रदेश, गिरिश चोडनकर को तमिलनाडु और पुदुचेरी, अजय कुमार लल्लू को ओडिशा, और मीनाक्षी नटराजन को तेलंगाना का प्रभारी बनाया गया है।

