चतरा : राज्य की जनता को अब राजभवन आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जनता की समस्याओं से अवगत होने के लिए राजभवन अब खुद गांव की ओर चल पड़ा है। जनसंवाद कार्यक्रम के तहत जनता से सीधी वार्ता की जा रही है। अब तक राज्य के 15 जिलों के गांव में जाकर लोगों से रूबरू हो चुका हूं। प्रदेश के शेष बचे हुए जिलों में भी जाने का इरादा है। यह बात मंगलवार को चतरा जिला के मयूरहंड प्रखंड के अंतर्गत करमा गांव में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सूबे के राज्यपाल डा सीपी राधाकृष्णन ने कही।
उन्होंने कहा कि झारखंड के राज्यपाल का पद ग्रहण करने के दौरान उन्होंने शपथ लिया था कि प्रदेश के गांवों में जाकर जनता से सीधा संवाद किया जाएगा। ताकि क्षेत्र व ग्रामीणों की समस्याओं से राजभवन भी अवगत हो सकें। इसी उद्देश्य के तहत राज्य के 15 जिलों में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान जनता से सीधा संवाद किया जा चुका है। जनसंवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गई है। उन समस्याओं के निष्पादन के लिए राज्य व केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
जनसंवाद कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल ने देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति से ग्रामीणों को अवगत कराते हुए कहा कि वर्तमान समय में भारत दुनिया का पांचवा आर्थिक शक्ति बन गया है। देश ने यह करिश्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से तरक्की कर रहा है। महामहिम राज्यपाल ने जनसंवाद के दौरान ग्रामीणों को केंद्र सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयास से लोगों के घरों तक नल का पानी पहुंच रहा है। हर गांव में प्रधानमंत्री सड़क योजना से सड़के बनाई जा रही है। जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास मुहैया कराया जा रहा है। महामहिम राज्यपाल ने अपने संबोधन के दौरान दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई कि सरकार की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वाजपेई जी की सरकार से पहले सिर्फ शहरी इलाकों में ही लोगों को रसोई गैस का कनेक्शन मिलता था। लेकिन वाजपेई जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गांव के लोगों को भी आसानी से रसोई गैस का कनेक्शन मिलने लगा। संबोधन के दौरान महामहिम राज्यपाल ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिकारी जनता की समस्याओं से अवगत होने के लिए गांव जाया करें। जनता से सीधा संवाद करें। साथ ही उनकी समस्याओं का निष्पादन भी करें। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों के द्वारा उठाई गई समस्याओं के निष्पादन का भी महामहिम राज्यपाल ने आश्वासन दिया।
शिक्षा की स्थिति में होगा सुधार :
जनसंवाद कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान महामहिम राज्यपाल ने झारखंड में उपलब्ध उच्च शिक्षा संस्थानों पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल होने के नाते प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के वे कुलाधिपति भी हैं। विश्वविद्यालयों का भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है। आने वाले दिनों में राज्य के विश्वविद्यालयों में काफी सुधार देखने को मिलेगा। महामहिम राज्यपाल ने दो टूक शब्दों में कहा कि लोग कितने भी धनी हो जाएं, लेकिन बिना शिक्षा के जीवन को बेहतर नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से नशा नहीं करने की भी अपील की।