रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले में अपराधियों और गैंग्स की बढ़ती सक्रियता ने आम नागरिकों को परेशान कर रखा है। पांडे गिरोह, श्रीवास्तव गैंग, अमन साहू गिरोह, और अमन श्रीवास्तव गिरोह के साथ-साथ कई अन्य गिरोहों और तथाकथित नक्सली संगठनों द्वारा लेवी वसूलने के मामलों ने स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
इन गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई तो पुलिस द्वारा की जा रही है, लेकिन एसडीपीओ पवन कुमार ने स्पष्ट किया कि बिना नागरिकों के सहयोग के इन्हें जड़ से समाप्त करना असंभव है। रविवार को पतरातू एसडीपीओ ने एक नई मुहिम की शुरुआत की, जिसमें आम नागरिकों से गैंग से जुड़ी सूचना देने की अपील की गई है।
गुप्त सूचना देने की अपील
एसडीपीओ पवन कुमार ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति गैंग से परेशान है, तो पुलिस उसका समाधान करेगी। उन्होंने एक अपील जारी करते हुए कहा कि अब कोई भी व्यक्ति गैंग के सदस्यों के बारे में गुप्त सूचना दे सकता है। इस सूचना की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। अगर कोई व्यक्ति पुलिस के पास आकर शिकायत दर्ज नहीं कर सकता, तो वह थाने के बाहर लगी शिकायत पेटी में पर्ची डाल सकता है। हर पर्ची पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
ठेकेदारों और व्यापारियों को विशेष सुरक्षा
एसडीपीओ पवन कुमार ने जिले के ठेकेदारों और व्यापारियों से भी अपील की है कि वे पुलिस से निर्भीक होकर सहयोग करें। उन्होंने कहा कि गिरोह के लोग पहले ठेकेदारों और व्यापारियों को ही निशाना बनाते हैं। पुलिस की सलाह है कि जैसे ही उन्हें धमकी भरा फोन आता है, वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस के सहयोग से वे अपनी गाढ़ी कमाई को बचा सकते हैं।
पवन कुमार ने बताया कि पुलिस ने अपराधियों से निपटने के लिए एक ठोस योजना तैयार की है। पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि ठेकेदारों और व्यापारियों को पूरी सुरक्षा मिले, लेकिन यह तभी संभव है जब आम नागरिक पुलिस पर भरोसा करेंगे और सहयोग देंगे।