दुमका : झारखंड के दुमका जिले में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है, जिसमें एक युवा छात्रा के माता-पिता की जान चली गई और वह खुद गंभीर रूप से घायल हो गई है। यह घटना शनिवार को साहिबगंज-गोविंदपुर हाइवे पर कुकुरतोपा गांव के पास हुई, जब कार एक ट्रक से टकरा गई।
हादसे की पूरी कहानी
सूत्रों के अनुसार, 55 वर्षीय फ्रांसिस टुडू, जो एक रिटायर्ड फौजी हैं, अपनी पत्नी और कॉलेज में पढ़ाई कर रही बेटी जूली टुडू को हॉस्टल से घर ले जा रहे थे। जूली दुमका के संत जेवियर्स कॉलेज में स्नातक की छात्रा है। कॉलेज की छुट्टियों में अपने माता-पिता के साथ पाकुड़ लौट रही थी। अचानक कुकुरतोपा गांव के पास विपरीत दिशा से आ रहे एक हाइवा ने उनकी कार को टक्कर मार दी।
इस टक्कर में फ्रांसिस टुडू और उसकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं जूली को गंभीर चोटें आईं और उसे स्थानीय फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और सड़क जाम कर दिया। उनका कहना था कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की गति से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन को इस पर नियंत्रण पाना चाहिए।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
हादसे के बाद, घटनास्थल पर जुटे स्थानीय लोगों ने ट्रक, ट्रेलर, डंपर आदि भारी वाहनों के चलने पर रोक लगाने की मांग की। उनका आरोप था कि इस तरह के भारी वाहन अक्सर सड़क पर चलते रहते हैं, जिससे सड़क दुर्घटना का खतरा बना रहता है। हालांकि, पुलिस के प्रयासों से उन्होंने यात्री वाहनों के संचालन को अनुमति दे दी, लेकिन भारी मालवाहक वाहनों को रोक दिया, जिससे सड़क पर लंबी कतारें लग गईं। कुछ समय बाद प्रशासन के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क को खाली कर दिया, जिससे यातायात व्यवस्था फिर से बहाल हो सकी।
पुलिस की प्रतिक्रिया
दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने इस घटना की पुष्टि की और बताया कि मृतकों के शव को अपने कब्जे में ले लिया गया है, जबकि घायल युवती का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि जिला में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस द्वारा कई उपाय किए गए हैं और आगे भी लोगों को जागरूक करने के प्रयास किए जाएंगे। एसपी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि सड़क पर सुरक्षा बढ़ाई जाए और लोग सड़क नियमों का पालन करें। आने वाले समय में हम इस दिशा में और ठोस कदम उठाएंगे।