चाईबासा : झारखंड के चाईबासा जिले में नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा शुरू किए गए सेंदरा अभियान ने पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के बीच खौफ पैदा कर दिया है। इस अभियान के तहत अब तक तीन नक्सलियों को मौत के घाट उतारा जा चुका है, जिनमें से एक एरिया कमांडर मेटा टाइगर भी शामिल है। इस अभियान ने नक्सलियों के खिलाफ गांववालों के संघर्ष को नई दिशा दी है।
मृतकों को अपना सदस्य मानने से PLFI का इन्कार
ग्रामीणों की इस कड़ी कार्रवाई से PLFI में हड़कंप मच गया है। संगठन प्रमुख मार्टिन ने इस पर एक पत्र जारी कर दावा किया है कि मेटा टाइगर और अन्य मारे गए नक्सली उनके संगठन का हिस्सा नहीं थे। उनका कहना था कि ये लोग एक चोर गिरोह से संबंधित थे और कुछ लोग जानबूझकर PLFI का नाम खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
ग्रामीणों की आक्रामकता से नक्सली परेशान
ग्रामीणों द्वारा उठाए गए इस सख्त कदम ने नक्सलियों के होश उड़ा दिए हैं। PLFI के आतंक का शिकार हो चुके इन ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ हथियार उठा लिए थे और सेंदरा अभियान शुरू किया। यह अभियान अब इलाके में शांति और सुरक्षा की उम्मीद जगाता है।
मार्टिन ने की ग्रामीणों से अपील
PLFI प्रमुख मार्टिन ने ग्रामीणों से सच्चाई का खुलासा करने की अपील की है और पुलिस से दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, स्थानीय पुलिस प्रशासन भी इस अभियान का समर्थन कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि इलाके में शांति बनी रहे।
सेंदरा अभियान का असर
सेंदरा अभियान ने PLFI के खात्मे की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इस अभियान के चलते नक्सलियों की गतिविधियों में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। यह अभियान न केवल ग्रामीणों के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन का प्रतीक बन सकता है।