जमशेदपुर : Jharkhand University Scam : सिदगोड़ा स्थित जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी (Jamshedpur Women’s University) में कभी छात्राओं की स्वास्थ्य सुरक्षा, कभी कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति, तो कभी शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर आए दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में नया मामला सामने आया है, जो यूनिवर्सिटी के वित्त यानी फाइनांस से संबंधित है। विश्वविद्यालय सूत्र बताते हैं कि गंभीरता से इस मामले की जांच की जाए, तो बड़ी वित्तीय अनियमितता या कमीशन के खेल का खुलासा हो सकता है।
Jharkhand University Scam : क्या है मामला
जानकारी के अनुसार जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के दो बैंक खाते (अकाउंट) सोनारी स्थित एचडीएफसी बैंक (HDFC bank) में हैं। इनमें से एक अकाउंट से यूनिवर्सिटी प्रशासन का लेन-देन होता है, जबकि दूसरे अकाउंट से लेन-देन नहीं किया जाता था। उस अकाउंट में करोड़ों रुपये पड़े होने की बात कही जा रही है। अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि उस अकाउंट में रखे करोड़ों रुपये आईसीआईसीआई बैंक की बिष्टुपुर शाखा में हस्तांतरित कर दिए गए हैं।
Jharkhand University Scam : ब्याज दर अधिक, फिर भी कर ली गई निकासी
देखा जाए, तो एचडीएफसी बैंक में अधिक ब्याज दर (इंट्रेस्ट रेट) है। वहीं आईसीआईसीआई बैंक निकासी (विद्ड्रॉल) की स्थिति में इंट्रेस्ट रेट कम है। एचडीएफसी बैंक में विद्ड्रॉल योग्य तीन करोड़ व इससे अधिक राशि पर इंट्रेस्ट रेट 7.40 प्रतिशत है, जबकि आईसीआईसीआई बैंक में 5.10 करोड़ से 24.90 करोड़ रुपये तक निकासी योग्य रकम पर इंट्रेस्ट रेट 7.30 प्रतिशत ही है।
Jharkhand University Scam : कुलपति की पीए के पति हैं आईसीआईसीआई बैंक में
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता की पीए दीपाशा करण हैं। वह गम्हरिया में रहती हैं। दीपाशा के पति आईसीआईसीआई बैंक की बिष्टुपुर शाखा में बड़े पद पर कार्यरत हैं। बताया जाता है कि उन्हीं के प्रभाव में मिलीभगत कर एचडीएफसी बैंक के अकाउंट में रखे करोड़ों रुपयों की निकासी कर आईसीआईसीआई बैंक की बिष्टुपुर शाखा में हस्तानांतरित किए गए हैं।
Jharkhand University Scam : वाटर कूलर लगाने में भी कमीशनखोरी!
रुपयों को एक बैंक से दूसरे बैंक में हस्तांतरित करने के मामले को लेकर कई तरह से आशंका व्यक्त की जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक की ओर से यूनिवर्सिटी में कुछ वाटर कूलर लगाए गए हैं। सूत्रों की मानें तो करोड़ों रुपये एक से दूसरे बैक में ट्रांसफर करने को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बैंक के साथ सौदेबाजी की है। बताया जाता है कि खाता ट्रांसफर के पीछे बैंक के सीएसआर फंड से विश्वविद्यालय के लिए सामान लेने की शर्त दिखाई गई है, लेकिन आरोप है कि इस वित्तीय लेनदेन के पीछे कमीशनखोरी की गई है।
Jharkhand University Scam : अस्थायी कर्मचारी इतना पावरफुल कैसे
यूनिवर्सिटी में दीपाशा करण पर कुलपति की मेहरबानी को लेकर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। दीपाशा करण एक अस्थायी कर्मचारी हैं। वह कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर नियुक्त हुई हैं। यूनिवर्सिटी में स्थायी कर्मचारियों के रहने के बावजूद दीपाशा को कुलपति ने अपना पीए बना रखा है।
Jharkhand University Scam : उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग व राजभवन में शिकायत की तैयारी
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में आए दिन सामने आ रही इन शिकायतों को लेकर छात्र संगठनों में असंतोष है। आजसू छात्र संघ के कोल्हान प्रभारी हेमंत पाठक ने बताया कि जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के अधिकारी व पदाधिकारी मनमानी पर उतर आए हैं। नियम-परिनियम को ताक पर रख कर अपने फायदे के लिए काम कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी और छात्राओं के हित से उनका कोई लेना-देना नहीं रह गया है। इन सभी मामलों को लेकर आजसू छात्र संघ जल्द ही उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग तथा राजभवन जाकर पूरे मामले की जानकारी देकर शिकायत दर्ज कराएगा। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षण संस्थानों का बैंक अकाउंट बदलकर कमीशनखोरी का खेल चल रहा है। वह इस मामले में जमशेदपुर वीमेंएस यूनिवर्सिटी में हुए खाते में परिवर्तन की जांच की मांग करेंगे।
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