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झारखंड का नया क्रिकेट सितारा कुमार कुशाग्र बना आईपीएल में चर्चा का केंद्र, इस बार कितनी लगेगी कीमत…

झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले कुशाग्र की कहानी हर युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा है

by Rohit Kumar
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जमशेदपुर : महेंद्र सिंह धोनी के बाद, झारखंड से एक और क्रिकेटर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है, और उसका नाम है कुमार कुशाग्र। इस युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ने अब तक क्रिकेट जगत में अपनी चमक दिखाई है और इन दिनों वो सुर्खियों में हैं। झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले कुशाग्र की कहानी हर युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा है, और उनका क्रिकेट करियर तेज़ी से उड़ान भर रहा है।

कुमार कुशाग्र: झारखंड से आईपीएल तक की यात्रा


कुमार कुशाग्र का जन्म भले ही बिहार के पटना जिले के बाढ़ स्थित वाजिदपुर में हुआ हो, लेकिन उनका परिवार पिछले 30 वर्षों से झारखंड के जमशेदपुर में निवास कर रहा है। कुशाग्र ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जमशेदपुर के लोयोला स्कूल से प्राप्त की और अब वे कोल्हान विश्वविद्यालय से जुड़े जेकेएस कॉलेज, मानगो से स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं।

क्रिकेट की दुनिया में कदम रखते हुए, कुमार कुशाग्र ने अपनी कड़ी मेहनत और शानदार प्रदर्शन से एक अलग पहचान बनाई है। उनकी क्रिकेट यात्रा ने उन्हें घरेलू क्रिकेट से लेकर अब आईपीएल तक पहुँचाया है, और यह सफर उनके लिए अत्यधिक उत्साहजनक रहा है।

आईपीएल 2024 में दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदी 7.20 करोड़ में


कुमार कुशाग्र की कड़ी मेहनत और क्रिकेट में कमाल की तकनीक ने उन्हें आईपीएल 2024 की नीलामी में एक प्रमुख खिलाड़ी बना दिया। दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 7.20 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। यह रकम किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए बड़े अवसर का प्रतीक है, और कुमार कुशाग्र के लिए यह एक शानदार मील का पत्थर है। आईपीएल में उनकी बैटिंग और विकेटकीपिंग से उम्मीदें जताई जा रही हैं, और वे इस सीजन में टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।

2022 की रणजी ट्रॉफी में बनाया था रिकॉर्ड


आईपीएल 2024 में नाम चमकने से पहले, कुमार कुशाग्र ने 2022 में रणजी ट्रॉफी के प्री-क्वार्टर फाइनल में एक ऐतिहासिक पारी खेलकर सबका ध्यान खींचा था। नगालैंड के खिलाफ इस मुकाबले में कुशाग्र ने मात्र 17 साल और 141 दिन की उम्र में 250 रन बनाकर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे कम उम्र में यह कारनामा करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद के नाम था, जिन्होंने 17 साल और 311 दिन की उम्र में 250 रन बनाये थे।

कुशाग्र का लक्ष्य: इलेक्ट्रिक बैटिंग और विकेटकीपिंग में नई ऊंचाइयां छूना


कुमार कुशाग्र का सपना केवल राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का नहीं है, बल्कि वह चाहते हैं कि वे अपने खेल से पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करें। आईपीएल के बाद, उनका ध्यान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने प्रदर्शन को और मजबूत करने पर है।

कुशाग्र की बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में निरंतर सुधार की दिशा में वे दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, और उम्मीद की जा रही है कि वे आगामी वर्षों में भारतीय क्रिकेट का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगे।

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