पटना: बिहार की राजधानी पटना में तेजी से राजनीतिक घटनाकम बदल रहे हैं. हम पार्टी सुप्रिमो जीतनराम मांझी कभी भी भागवा पार्टी का दामन थाम सकते हैं. बीजेपी के नेताओं की जीतनराम राम मांझी से बात जारी है. जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक बीजेपी की ओर से मांझी के बेटे को दिल्ली (संसद) में भेजने व उन्हें खुद राज्यपाल बनने का ऑफर दिया है. वहीं जीतनराम मांझी और पांच सीटों की मांग कर रहे हैं. पर यह बीजेपी की ओर से देना संभव नहीं है. क्योंकि बीजेपी कम से कम 10 सीटों पर सभी पार्टियों को निबटा देना चाहती है जिसमें चिराग पासवान, पशुपति नाथ पारस, उपेंद्र कुशवाहा आदि हैं, और खुद 30 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है.
मांझी ने मीडिया के सामने बेटे को किया आगे, खुब बैक डोर से कर रहे बैटिंग
संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद से जीतन राम मांझी मीडिया के सामने नहीं आये हैं. इस्तीफे के बाद मीडिया के सामने बेटे को आगे करके मांझी ने हम का स्टैंड क्लीयर कर दिया है कि वो पार्टी का विलय जदयू में नहीं करेंगे. अब इस बात की चर्चा ज्यादा हो रही है कि बीजेपी ने ऐसी क्या डील मांझी को ऑफर कर दी है कि महागठबंधन में रहकर संभव नहीं है.
रिटायरमेंट का शानदार प्लान खोज रहे मांझी
पटना के राजनीतिक गलियरों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि जीतन राम मांझी को बेजेपी की ओर से राज्यपाल बनाने का आश्वासन मिला है. इस बात की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है लेकिन चर्चा इस बात की ओर ज्यादा हो रही है कि मांझी रिटायरमेंट होने के लिए शानदार प्लान खोज रहे हैं. राज्यपाल बनने का काम महागठबंधन में रहकर संभव नहीं हो सकता था. एनडीए में आने पर जीतन राम मांझी के बेटे को गया लोकसभा सीट से एनडीए का टिकट मिल सकता है. वहीं दूसरी तरफ बोनस में मांझी महामहिम बन तमाम सुख-सुविधा भोग सकते हैं.