Home » खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन: पांच जिलों को जोड़गा ये महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, आवागमन होगा आसान

खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन: पांच जिलों को जोड़गा ये महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, आवागमन होगा आसान

दूसरे चरण में बांसी से श्रावस्ती तक 115 किमी रेल लाइन बनाई जाएगी, इसके लिए 569 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। तीसरे चरण में श्रावस्ती से बहराइच तक 72.2 किमी रेल लाइन के निर्माण के लिए 342 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

by Anurag Ranjan
Khalilabad-Bahraich New Rail Line: This ambitious project will connect five districts, traffic will be easier
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वाकांक्षी खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन परियोजना से पांच जिलों को आपस में जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के तहत संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच जिलों के बीच यातायात को बेहतर बनाया जाएगा। यह रेल लाइन न केवल इस क्षेत्र में आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि रोजगार के अवसरों के सृजन और क्षेत्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कुल 241.6 किमी लंबी इस रेल लाइन के निर्माण के लिए 1148 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।

निर्माण कार्य तीन चरणों में पूरा होगा

खलीलाबाद- बहराइच नई रेल लाइन परियोजना का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक 54.4 किमी की रेल लाइन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस चरण का काम 2027 तक पूरा होने का लक्ष्य है। पहले चरण के लिए 237 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है, जिसमें 203 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है, जबकि शेष 34 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण अंतिम चरण में है।

दूसरे चरण में बांसी से श्रावस्ती तक 115 किमी रेल लाइन बनाई जाएगी, इसके लिए 569 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। तीसरे चरण में श्रावस्ती से बहराइच तक 72.2 किमी रेल लाइन के निर्माण के लिए 342 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

32 स्टेशन और चार जंक्शन होंगे शामिल

इस नई रेल लाइन में कुल 32 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें चार जंक्शन, 16 क्रासिंग और 12 हाल्ट स्टेशन होंगे। प्रमुख स्टेशनों में बहराइच, आजातपुर, धुंसवा, बरडेहरा, हरिहरपुर, भिनगा, बिशुनपुर, रामनगर, लक्ष्मनपुर, एकौना, श्रावस्ती, हसुवाडोल, झारखंडी, बलरामपुर, खगई जोत, महेशबारी, श्रीदत्त गंज, कपऊशेरपुर, ऊतरौला, चिरकुटिहा, बंजरहा, धनखरपुर, डुमरियागंज, टिकरिया, भागोभार, रमवापुर दूबे, बांसी, खेसरहा, पसाई, मेंहदावल, बखिरा, बघौली बाजार और खलीलाबाद शामिल हैं। इसके अलावा, 32 बड़े और 86 छोटे पुलों का निर्माण भी किया जाएगा, साथ ही नौ ओवरब्रिज और 132 अंडरपास भी बनाए जाएंगे।

160 किमी प्रति घंटे की गति वाली रेल लाइन

इस रेल लाइन को 160 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली ट्रेनें चलाने के लायक बनाया जाएगा। खलीलाबाद-बहराइच के अलावा अन्य नई रेल लाइनों जैसे आनंदनगर-महराजगंज-घुघली, सहजनवां-दोहरीघाट को भी 160 किमी प्रति घंटे की गति से तैयार किया जा रहा है। वर्तमान में पूर्वोत्तर रेलवे की मुख्य लाइनों पर अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटा है, लेकिन यह नई रेल लाइनें भविष्य में वंदे भारत जैसी तेज गति वाली ट्रेनों के संचालन के लिए उपयुक्त होंगी।

भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तेज, कार्य तेजी से हो रहा है

खलीलाबाद-बांसी-बलरामपुर-बहराइच रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत पहले चरण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है और 80 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया दूसरे और तीसरे चरणों में भी तेजी से चल रही है, जिससे निर्माण कार्य समय पर पूरा किया जा सके। इस रेल लाइन के निर्माण से क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा और लाखों लोगों को लाभ मिलेगा।

Read Also: रामनवमी पर अयोध्या में रामलला के दर्शन की बढ़ाई जाएगी अवधि, 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की उम्मीद

Related Articles