Jamshedpur (Jharkhand) : कोल्हान विश्वविद्यालय में कुलपति के ई-मेल आईडी को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। ई-मेल आईडी vckolhanuniversity@gmail.com का पासवर्ड कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता को छोड़ विश्वविद्यालय के किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी के पास नहीं है। बावजूद उनका ई-मेल आईडी कोई और ऑपरेट कर रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से इस संबंध में चाईबासा स्थित साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। इसके बाद से वहां की साइबर पुलिस भी हरकत में आ गई है। विश्वविद्यालय की ओर से राजभवन को भी यह जानकारी दी गई है, जिसके बाद वहां से भी जांच व कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
ई-मेल आईडी कौन कर रहा ऑपरेट, यूनिवर्सिटी को भी जानकारी नहीं
कोल्हान विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार किसी संस्थान के ई-मेल आईडी को अवैध रूप से ऑपरेट किया जाना अत्यंत ही संवेदनशील मामला है। विश्वविद्यालय को भी यह जानकारी नहीं है कि कौन व्यक्ति, कर्मचरारी अथवा अधिकारी कुलपति के ई-मेल आईडी को ऑपरेट कर रहा है। इस ई-मेल पर हर दिन राजभवन, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, रूसा आदि का पत्राचार हो रहा है। बताया गया है कि इस ई-मेल आईडी का वर्षों से उपयोग हो रहा है। किसी शिक्षक अथवा कर्मचारी के पास इस ई-मेल आईडी का पासवर्ड नहीं होने की स्थिति में इसे अज्ञात व्यक्ति द्वारा ऑपरेट किया जाना अत्यंत ही गंभीर मामला है। विश्वविद्यालय ने गोपनीयता एवं आवश्यक पत्राचार को ध्यान में रखते हुए साइबर पुलिस से यथाशीग्र उद्भेदन करने को कहा है।
कुलपति के नाम पर तीन आईडी, वर्तमान वीसी के पास सिर्फ दो का पासवर्ड
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. एके झा ने इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि केयू की कुलपति के नाम से तीन ईमेल आईडी बनाई गई हैं। वर्तमान कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता के पास इनमें से केवल दो का ही पासवर्ड है। उन्होंने बताया कि राजभवन, उच्च शिक्षा विभाग और रूसा से आने वाली सभी महत्वपूर्ण सूचनाएं इन तीनों आईडी पर प्राप्त होती हैं। कुलपति डॉ. गुप्ता जिस आईडी का नियमित रूप से उपयोग करती हैं, उसके अतिरिक्त एक तीसरी ई-मेल आईडी से भी विभिन्न विभागों से लगातार जानकारी मांगी जा रही थी, जिसके बारे में कुलपति को कोई जानकारी नहीं थी।
जांच के बाद तीसरी ईमेल आईडी को बंद करने की प्रक्रिया
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब इस पूरे मामले की गहन जांच कराने का निर्णय लिया है। डॉ. एके झा ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद तीसरी ई-मेल आईडी को बंद कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की किसी भी अनधिकृत गतिविधि को रोका जा सके।
गोपनीय सूचनाएं लीक होने का खतरा, विश्वविद्यालय चिंतित
कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि जिस प्रकार से विश्वविद्यालय की जानकारी के बिना इस ई-मेल आईडी के माध्यम से अलग-अलग विभागों से संपर्क साधा गया और सूचनाएं प्राप्त की गईं हैं, उससे यह डर है कि इसके जरिए किसी अज्ञात व्यक्ति ने विश्वविद्यालय की कई अत्यंत गोपनीय सूचनाएं हासिल कर ली होंगी। विश्वविद्यालय के अनुसार, ऐसे में इस ई-मेल आईडी को संचालित करने वाले व्यक्ति का पता लगाना अत्यंत आवश्यक है। जानकारी के अनुसार, यह संदिग्ध गतिविधि पिछले कई वर्षों से चल रही थी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी जानकारी अब जाकर हुई है। इस खुलासे के बाद विश्वविद्यालय अपनी आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी चिंतित है और मामले की तह तक जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।