नई दिल्ली / मुंबई : स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच “एक्स” पर अपनी पांच-सूत्री पोस्ट “हाउ टू किल एन आर्टिस्ट: ए स्टेप-बाय-स्टेप गाइड” (एक कलाकार को कैसे मारें : चरण दर चरण मार्गदर्शिका) शेयर की। इस पोस्ट में उन्होंने अपने हालिया कार्यक्रम को लेकर उत्पन्न हिंसक आक्रोश की आलोचना की और यह बताया कि एक कलाकार के पास अब केवल दो विकल्प हैं – अपनी आत्मा बेचना या चुप रहना।
कामरा का बयान उस समय आया जब उनके यूट्यूब चैनल पर जारी किए गए वीडियो “नया भारत” में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर की गई “गद्दार” टिप्पणी ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कामरा की हास्य कार्यक्रम की शूटिंग स्थल पर तोड़फोड़ की। इसके बाद मुंबई में उनके खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं और वह इस समय तमिलनाडु में हैं।
“हाउ टू किल एन आर्टिस्ट” गाइड में क्या कहा कामरा ने?
कामरा ने अपनी पोस्ट में पांच बिंदुओं के माध्यम से बताया कि कैसे एक कलाकार की स्वतंत्रता को कुचला जाता है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा:
आक्रोश – इतना कि ब्रांड अपना काम देना बंद कर दें।
अधिक आक्रोश – जब तक निजी क्षेत्र और कॉरपोरेट्स काम देना बंद न कर दें।
अत्यधिक आक्रोश – ताकि बड़े स्थल भी जोखिम न लें।
हिंसक आक्रोश – तब तक, जब तक कि सबसे छोटी जगहें भी अपने दरवाजे बंद न कर दें।
दर्शकों को पूछताछ के लिए बुलाएं – कला को अपराध स्थल में बदल दें।
उन्होंने यह भी कहा कि इन परिस्थितियों में एक कलाकार के पास केवल दो विकल्प हैं: “अपनी आत्मा बेचो और डॉलर की कठपुतली बन जाओ, या फिर चुप रहो। यह सिर्फ रणनीति नहीं, बल्कि यह एक राजनीतिक हथियार है। यह चुप कराने की मशीन है।”
कामरा पर एकनाथ शिंदे की टिप्पणी को लेकर विवाद
कुणाल कामरा के शो में एक “पैरोडी” में शिवसेना के विभाजन पर कटाक्ष करते हुए एकनाथ शिंदे को “गद्दार” कहा गया था। उसके बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने कामरा की शूटिंग के स्थल पर तोड़फोड़ की। पुलिस ने इस मामले में तीन प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन पुलिस अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि कामरा के शो में शामिल दर्शकों को नोटिस भेजने की खबर गलत थी। कामरा ने इस बारे में ‘एक्स’ पर लिखा, “ऐसे पते पर जाना, जहां मैं पिछले 10 साल से नहीं रह रहा हूं, आपके (पुलिस टीम) समय और सार्वजनिक संसाधनों की बर्बादी है।”
कामरा की गिरफ्तारी और पुलिस जांच
कुणाल कामरा के खिलाफ नासिक, जलगांव और नंदगांव में तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं, जो बाद में खार थाने में स्थानांतरित कर दी गईं। खार पुलिस ने उन्हें पहले भी तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। पुलिस अधिकारी के अनुसार, कामरा को सोमवार को खार पुलिस के सामने पेश होना था, लेकिन वह नहीं आए।
कांग्रेस और बीजेपी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने कामरा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “ये लोग बार-बार मंदिर और मस्जिद का मुद्दा उठाकर देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।” वहीं, बीजेपी सांसद रविशकिशन ने कहा कि अगर संघ मथुरा और काशी में अपनी सक्रियता दिखाने की सोच रहा है, तो यह एक अच्छी बात है।