पटना: केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए उनकी नैतिकता पर हमला बोला है। उन्होंने तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए लालू परिवार की नीतियों और फैसलों को “राजनीतिक लाभ-हानि” पर आधारित बताया।
मांझी ने कहा कि यदि बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक नहीं होते, तो शायद लालू यादव तेज प्रताप के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाते। उन्होंने लालू परिवार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि तेज प्रताप के कुकृत्यों को लालू यादव और राबड़ी देवी पहले से ही संरक्षण देते आ रहे हैं।
ऐश्वर्या राय प्रकरण का जिक्र
जीतन राम मांझी ने तेज प्रताप यादव की पत्नी रही ऐश्वर्या राय के उस प्रकरण की भी याद दिलाई, जिसमें 2019 में ऐश्वर्या ने राबड़ी देवी, तेज प्रताप और मीसा भारती पर गंभीर आरोप लगाए थे। ऐश्वर्या ने आरोप लगाया था कि उन्हें उनके ससुराल से जबरन निकाला गया और इस दौरान उनके साथ मारपीट भी की गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐश्वर्या राय ने कहा था कि राबड़ी देवी ने उन्हें बाल पकड़कर घसीटा और महिला सुरक्षाकर्मियों की मदद से घर से बाहर कर दिया। इस पूरे मामले में ऐश्वर्या ने पटना के महिला थाना में एफआईआर भी दर्ज कराई थी। उन्होंने अपने ससुराल पक्ष पर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे।
लालू यादव की चुप्पी पर सवाल
मांझी ने सवाल किया कि जब राबड़ी देवी ने अपनी बहू ऐश्वर्या को इस तरह से घर से बाहर निकाला, तब लालू यादव ने कोई सार्वजनिक बयान क्यों नहीं दिया? उन्होंने तेज प्रताप के व्यक्तिगत जीवन के मामलों में भी पार्टी नेतृत्व की निष्क्रियता पर सवाल उठाया और कहा कि अब जब चुनाव सिर पर हैं, तभी नैतिकता की दुहाई दी जा रही है।
राजनीति में नैतिकता बनाम अवसरवादिता
इस घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति में एक बार फिर लालू परिवार की कार्यप्रणाली और उनके निर्णयों की नैतिकता को लेकर बहस शुरू हो गई है। विपक्षी दलों और आलोचकों का कहना है कि राजद नेतृत्व अपने फैसले राजनीति की ज़रूरतों और लाभ-हानि को देखते हुए लेता है, न कि सिद्धांतों के आधार पर।
मांझी के बयान ने एक बार फिर राजद और लालू परिवार को कटघरे में खड़ा कर दिया है, जहां नैतिकता और पारिवारिक मूल्यों की कसौटी पर उनके फैसले सवालों के घेरे में हैं।