पटना : वक्फ संशोधन बिल 2025 के राज्यसभा से पास होने के बाद विपक्ष केंद्र सरकार पर लगातार हमला कर रहा है। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव ने भी बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। लालू यादव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अगर वह संसद में होते तो इस बिल के खिलाफ अकेले ही काफी होते और बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब देते।
पुराना वीडियो शेयर करते हुए आरोप
लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पुराना वीडियो शेयर किया, जिसमें वह लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पर भाषण दे रहे हैं। इस वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, ‘संघी-भाजपाई नादानों, तुम मुसलमानों की जमीनें हड़पना चाहते हो, लेकिन हमने हमेशा वक्फ की जमीनों को बचाने के लिए कड़ा कानून बनाने में मदद की है’।
लालू यादव ने आगे कहा, ‘मुझे अफसोस है कि इस कठिन दौर में मैं संसद में नहीं हूं, क्योंकि अगर मैं वहां होता, तो अकेले ही पर्याप्त होता’। उनका इशारा राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल के समर्थन में बीजेपी के रुख पर था, जिसे उन्होंने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बताया।
सदन में नहीं होने के बावजूद विचारों में हैं
लालू यादव ने अपने समर्थकों से यह भी कहा कि भले ही वह इस समय संसद में न हों, लेकिन उनके विचार और चिंताएं अभी भी उसी तरह समाज में प्रकट होती हैं। आप लोग संसद में मुझे नहीं देख सकते, लेकिन मेरे विचार, मेरी नीतियां और मेरी प्रतिबद्धता हमेशा आपके साथ हैं। यही मेरी ताकत है।
वक्फ विधेयक 2010 का समर्थन
लालू यादव ने वर्ष 2010 में वक्फ संशोधन विधेयक के दौरान अपनी प्रतिबद्धता दिखाई थी। उस समय उन्होंने कांग्रेस सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा था कि यह संशोधन मुसलमानों की वक्फ की जमीनों की रक्षा करेगा। उनका कहना था कि ‘कड़ा कानून बनाइए और इस कानून को संवैधानिक दर्जा दीजिए, ताकि कोई भी वक्फ की जमीन को बेचने की कोशिश न कर सके’।
मुसलमानों की ज़मीनों का हो रहा शोषण
लालू यादव ने यह भी आरोप लगाया कि मुसलमानों की जमीनें लगातार हड़पी जा रही हैं और सरकारी अधिकारियों ने इन जमीनों को बेच दिया है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर पटना के डाकबंगला क्षेत्र में स्थित जमीन का हवाला दिया, जहां अब अपार्टमेंट बन चुके हैं, जबकि ये जमीनें कभी वक्फ की थीं।
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 की स्थिति
गुरुवार को राज्यसभा से वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पास हो गया, जिसके बाद अब यह राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। 13 घंटे की लंबी बहस के बाद इस विधेयक को 288 वोटों से पास किया गया, जबकि विरोध में 232 वोट पड़े। यह विधेयक वक्फ की जमीनों से संबंधित विवादों को सुलझाने और उनकी रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का प्रावधान करता है।