नई दिल्ली : भारत हो या कोई अन्य देश ग्रहण को लेकर सभी देशों में एक खास उत्सुकता रहती है। कई बड़े-बड़े वैज्ञानिक ग्रहण पर शोध करते हैं। सूर्य और चंद्रमा पर लगने वाले ग्रहण को देखने के लिए लोग कई प्रकार के सोलर ग्लासेस और सोलर फिल्टर का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, दूसरी तरफ ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे देखना शुभ नहीं माना जाता। भारत में ग्रहण के दौरान कई ऐसे काम होते हैं, जिन्हें करने की मनाही होती है।
वर्ष 2024 का अंतिम सूर्य ग्रहण बुधवार को लगने वाला है। वैसे भारत में यह न तो दिखेगा और न ही इसका सूतक काल मान्य होगा। ऐसे में मंदिर का पाट खुले रहेंगे और पूजा -पाठ कोई रोक-टोक नहीं होगी।
यह ग्रहण रात 9:13 बजे शुरू होगा और गुरुवार के तड़के 3:17 बजे समाप्त होगा। चूंकि यह रात के समय में लग रहा है, जिसके कारण भारत में इसे नहीं देखा जा सकेगा और यहां सूतक काल का मान भी नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार, यह ग्रहण विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालता है। वृषभ, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु और मकर राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण वरदान साबित होगा। यह समय उनके लिए फायदेमंद रहेगा। इन्हें करियर, व्यापार और आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है।
ग्रहण के बाद करने योग्य उपाय
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद कुछ महत्वपूर्ण कार्य किए जाने चाहिए:
गंगाजल का छिड़काव: घर में गंगाजल छिड़कें और सफाई करें।
भोजन में तुलसी: भोजन बनाने से पहले उसमें तुलसी के पत्ते डालें।
स्नान और पूजा: ग्रहण के बाद परिवार के सभी सदस्य स्नान करें और देवी-देवताओं को स्नान कराएं।
दान करने की सलाह
ग्रहण के बाद दान करना भी महत्वपूर्ण है। सभी लोगों को अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करनी चाहिए। जिससे उनको शुभ फल प्राप्त हो सकें।
2025 में ग्रहणों की जानकारी
अगले वर्ष, 2025 में कुल 4 ग्रहण (2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण) होंगे। यह ग्रहण जनवरी से दिसंबर तक के बीच लगेंगे।
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