Bermo (Jharkhand) : झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पिता नेमनारायण महतो का मंगलवार की सुबह बोकारो के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे लगभग 80 वर्ष के थे और पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे तथा लगातार उनका उपचार किया जा रहा था। इलाज के दौरान अचानक उनकी स्थिति गंभीर हो गई और उन्होंने अंतिम सांस ली।
नेमनारायण महतो के निधन की जानकारी मिलते ही उनके पैतृक क्षेत्र डुमरी और आस-पास के क्षेत्रों में शोक की लहर फैल गई है। स्थानीय लोग और जगरनाथ महतो के समर्थक परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने उनके आवास पर पहुँचने लगे हैं।
बनारस के गंगा घाट पर होगा अंतिम संस्कार; परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष बेबी देवी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नेमनारायण महतो का अंतिम संस्कार बनारस के गंगा घाट पर किया जाएगा, जिसके लिए पारिवारिक स्तर पर तैयारी की जा रही है। बताया जाता है कि नेमनारायण महतो के चार पुत्र थे, जिनमें से तीन पुत्रों का पहले ही निधन हो चुका है। दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के बाद अब पिता का निधन परिवार के लिए एक और गहरा दुख का पहाड़ टूट पड़ने जैसा है।
पूरे डुमरी विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग उन्हें एक सरल, शांत स्वभाव और समाजसेवी व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।

