Latehar (Jharkhand) : जिले में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में लातेहार पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने कुख्यात अपराधी राहुल सिंह गिरोह के सात शातिर सदस्यों को पन्नाटांड़ स्थित घने जंगल से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी एक गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसके बाद पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक पिस्तौल और 19 जिंदा गोलियां सहित अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं, जो उनकी आपराधिक गतिविधियों का पुख्ता प्रमाण हैं।
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे: जंगल में छिपे अपराधियों का पर्दाफाश
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में लातेहार थाना क्षेत्र के कुरा निवासी रोहित कुमार लोहरा और कुन्दन तुरी, चन्दनडीह निवासी विशाल लोहरा, चटनाही निवासी विनय गुप्ता, हेठलोटो निवासी विक्रांत सिंह, चंदवा थाना क्षेत्र के बुल्हु निवासी शुभम लोहरा, और बालूमाथ थाना क्षेत्र के कुरियाम कला निवासी प्रमोद लोहरा शामिल हैं।
डीएसपी अरविंद कुमार ने इस संबंध में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि राहुल सिंह गिरोह के कुछ अपराधी किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में पन्नाटांड़ के जंगल में जमा हुए हैं। सूचना मिलते ही, तत्काल एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी अभियान शुरू किया गया।
पुलिस टीम जैसे ही जंगल में पहुंची, अपराधियों ने पुलिस को देखते ही भागने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी और घेराबंदी इतनी पुख्ता थी कि सभी अपराधी पकड़ लिए गए। बिना किसी बड़े प्रतिरोध के पुलिस ने इन शातिरों को धर दबोचा।
सड़क निर्माण कार्य को निशाना बनाने की थी साजिश
गिरफ्तार अपराधियों से जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। अपराधियों ने बताया कि वे राहुल सिंह और जेल में बंद बजरंगी उर्फ दीपक मेहता के इशारे पर सड़क निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों और मजदूरों को निशाना बनाकर हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। यह खुलासा पुलिस के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जेल में बंद अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने में मदद करेगा।
इसके अलावा अपराधियों ने यह भी स्वीकार किया कि 9 मई को बोरसीदाग स्थित प्रा इंडिया पीवीटी. एलटीडी कंपनी द्वारा चलाए जा रहे रोड निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर उन्हीं लोगों ने फायरिंग की थी। इतना ही नहीं, 15 मई को लातेहार में एमजी कॉन्ट्रैक्टर्स पीवीटी एलटीडी कंपनी के साइट पर भी फायरिंग की घटना को अंजाम देने में इन्हीं अपराधियों का हाथ था। इन खुलासों से पुलिस को पूर्व में हुई आपराधिक घटनाओं के संबंध में भी महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार सभी अपराधियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस गिरफ्तारी से लातेहार में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने में काफी मदद मिलेगी और क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल और मजबूत होगा। पुलिस राहुल सिंह गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।