एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर काफी बातें हो रही है। बिश्नोई गैंग ने एक सदस्य ने धमकी भरा फेसबुक पोस्ट जारी कर बाबा सिद्दीकी को मारने के पीछे की वजह बताई थी। साथ ही ये भी कहा कि जो कोई भी बॉलीवुड एक्टर सलमान खान की मदद करेगा उसका अंजाम बुरा होगा। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले की तहकीकात कर रही है। बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सबके बीच एक सवाल लाजमी है कि आखिर ये लॉरेंस बिश्नोई है कौन?
कई अपराधों को अंजाम देने वाला लॉरेंस बिश्नोई एक गैंगस्टर है। उसपर गंभीर अपराधों में शामिल होने के लिए केस दर्ज है। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकाने और लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या से जुड़े होने के कारण लॉरेंस इंटरनेशनल लेवल पर बदनाम हो गया है। जेल में रहते हुए भी, उसकी आपराधिक गतिविधियों का प्रभाव भारत के हर क्षेत्र में फैल रहा है।
हाल ही में, 12 अक्टूबर, 2024 को लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जुड़े तीन हमलावरों ने मुंबई में बाबा सिद्दीकी नामक एक राजनीतिक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, और पुलिस तीसरे की तलाश कर रही है।
पुलिस कांस्टेबल थे पिता
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 22 फरवरी, 1992 को पंजाब के फाजिल्का में हुआ था। उसके पिता हरियाणा में एक पुलिस कांस्टेबल थे, लेकिन 1997 में उन्होंने अपनी जॉब छोड़कर गांव में खेती संभालना शुरू किया और उसका एक छोटा भाई अनमोल बिश्नोई है, वो भी इस गैंग में भी शामिल है।
कॉलेज से शुरू हुआ था गैंग बनना
लॉरेंस ने अबोहर के एक स्कूल में पढ़ाई की है। यह पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर पर स्थित है, जिसके बाद DAV चंडीगढ़ में उसने हायर एजुकेशन के लिए एडमिशन लिया। वह पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स काउंसिल में शामिल हुआ, और यहां उसकी मुलाकात गैंगस्टर “गोल्डी बरार” से हुई, जिसके बाद वह यूनिवर्सिटी की राजनीति में शामिल हुआ। लॉरेंस ने पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई की और कॉलेज के दौरान ही लॉरेंस के खिलाफ हत्या की कोशिश, धोखादड़ी, डकैती के जैसे क्राइम्स के कई केस दर्ज हो चुके थे। कहा जाता है लॉरेंस कॉलेज के कम, जेल के ज्यादा चक्कर काटता था।
दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज
लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ अभी तक हत्या और जबरन वसूली सहित लगभग 24 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि वह इन सभी आरोपों से इनकार करता है। 2010 और 2012 के बीच, आपराधिक दुनिया में उसके चर्चे होने लगे। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास और डकैती जैसे विभिन्न अपराधों के लिए कई एफआईआर दर्ज की गईं। उसे कुछ मामलों में बरी कर दिया गया, लेकिन अन्य अभी भी चल रहे हैं।
2012 के बाद से, उसने बहुत समय जेल में बिताया, लेकिन अन्य अपराधियों के साथ किसी न किसी प्रकार से अपना सहयोग जारी रखा है। जब वह पहले जेल से रिहा हुआ था, तो उसने हथियार डीलरों से संपर्क किया और अपने नेटवर्क को और बढ़ाया। कहा जाता बिश्नोई की इस गैंग में लगभग 700 से ज्यादा लोग शामिल हैं।