लोहरदगा : झारखंड के लोहरदगा जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक इंटरमीडिएट की छात्रा परीक्षा देने जा रही थी, लेकिन वह अचानक रहस्यमय ढंग से लापता हो गई। परिजनों ने जब शाम तक लड़की को घर वापस न लौटते देखा, तो उन्होंने उसकी खोज शुरू की। पता चला कि छात्रा परीक्षा केंद्र नहीं पहुंची थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन इस मामले ने एक नया मोड़ लिया जब छात्रा बेहोशी की हालत में रांची रिंग रोड पर पाई गई।
कैसे हुई लापता छात्रा की खोज?
लोहरदगा जिले के कुड़ू के पतराटोली स्थित परीक्षा केंद्र में परीक्षा देने आई चांदनी कुमारी (बदला हुआ नाम) शुक्रवार सुबह अपने घर से परीक्षा देने के लिए टेम्पो में सवार हुई थी। लेकिन उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। शुक्रवार शाम तक जब वह घर नहीं लौटी, तो परिजनों को चिंता हुई। उन्होंने चांदनी के मोबाइल को कॉल किया, लेकिन फोन बंद था, जिससे परिजनों को अनहोनी का डर सताने लगा। इसके बाद, परिजन परीक्षा केंद्र पहुंचे और वहां के अधिकारियों से जानकारी ली तो पता चला कि चांदनी परीक्षा देने केंद्र तक पहुंची ही नहीं।
रात को मिली चांदनी की ट्रैकिंग और पुलिस की भूमिका
परिजनों ने रात आठ बजे कुड़ू थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई और पुलिस से मदद की मांग की। पुलिस मामले की जांच कर रही थी कि तभी रात करीब दस बजे चांदनी का मोबाइल फोन ऑन हुआ। इसके बाद परिजनों ने फोन किया तो रांची रिंग रोड पर तैनात पीसीआर वैन की पुलिस ने बताया कि चांदनी बेहोशी की हालत में सड़क पर पड़ी हुई है। पुलिस ने उसे तुरंत मोदी केयर अस्पताल भेज दिया।
पुलिस और परिजनों ने कहा…
पुलिस और परिजनों ने चांदनी को रांची में इलाज के लिए भेजा, लेकिन उसके बेहोश होने की स्थिति के कारण वह कुछ भी बता नहीं पा रही थी। पुलिस अब चांदनी के होश में आने का इंतजार कर रही है ताकि वह घटना के बारे में खुलासा कर सके और यह पता चल सके कि वह अचानक लापता कैसे हुई।
समाज और सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय लोगों की मानें, तो इस घटना ने कई सवाल उठाए हैं, जैसे कि छात्रा का अचानक लापता होना और फिर बेहोशी की हालत में मिलना। क्या यह एक सुनियोजित साजिश थी, या फिर कोई अप्रत्याशित घटना? अब पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। साथ ही इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सुरक्षा को लेकर नई चिंता पैदा कर दी है।