Ranchi News: झारखंड की राजधानी रांची में बिजली आपूर्ति की रीढ़ माने जाने वाले नामकुम ग्रिड सब स्टेशन में मंगलवार रात जो कुछ भी हुआ, उसने पूरे बिजली विभाग और प्रशासन को हिला कर रख दिया। चड्डी-बनियान गिरोह के दो दर्जन से अधिक हथियारबंद अपराधियों ने ग्रिड सब स्टेशन पर धावा बोलते हुए लगभग 16 लाख रुपये की सामग्री लूट ली। लूटपाट के दौरान सभी कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया और सब स्टेशन को पूरी तरह हाईजैक कर लिया गया था।
घटना की जानकारी देते हुए ग्रिड परिचालक अयोध्या प्रसाद ने बताया कि इस तरह की घटना उन्होंने अपने पूरे सेवा काल में पहली बार देखी। वे कुछ महीनों में रिटायर होने वाले हैं, लेकिन जो मंजर उन्होंने उस रात देखा, वह अब भी उन्हें झकझोर देता है। अपराधी चड्डी-बनियान में थे और हथियारों से लैस होकर आए थे।
घटना को अंजाम देने में सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी चूक सामने आई है। ग्रिड सब स्टेशन की पिछली दीवार पिछले कई महीनों से टूटी हुई है, जिसकी मरम्मत के लिए कई बार पत्राचार किया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही टूटी दीवार गिरोह के लिए अंदर घुसने का आसान रास्ता बन गई।
कर्मियों ने बताया कि ग्रिड में तैनात होमगार्ड जवानों को न तो लाठी दी गई है और न ही वे किसी तरह के सुरक्षा संसाधनों से लैस हैं। वहीं, सीसीटीवी कैमरे भी महीनों से खराब हैं। लूट के दौरान लुटेरे आपस में भोजपुरी और हिंदी भाषा में बात कर रहे थे, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे स्थानीय और आसपास के इलाके के ही हो सकते हैं।
लुटेरे कॉपर, टर्मिनल कनेक्टर, बुसिंग कनेक्टर, डिफरेंट टाइप कनेक्टर, कॉपर केबल जैसे कई कीमती और तकनीकी उपकरण लूट कर ले गए हैं। कर्मियों का कहना है कि इतनी भारी-भरकम सामग्री को ले जाना बिना पहले से योजना बनाए असंभव है। यह एक सुनियोजित साजिश है।
घटना के बाद से सब स्टेशन के कर्मचारी दहशत में हैं और कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस जांच में जुटी है लेकिन विभाग अब तक चुप है। अधिकारी केवल मुआयना कर लौट जा रहे हैं।
सबसे बड़ी चिंता की बात यह रही कि लूटपाट के दौरान अगर कोई तकनीकी चूक हो जाती, तो राजधानी के आधे हिस्से की बिजली आपूर्ति ठप हो सकती थी। घटना के वक्त 33 केवी लाइन से करीब 150 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही थी और शहर में पीक लोड का समय चल रहा था।
इस बड़ी लापरवाही और सुरक्षा खामी ने न सिर्फ बिजली विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजधानी रांची के अहम ग्रिड सब स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को भी कटघरे में ला दिया है।