जमशेदपुर : शहर के बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल में प्रबंधन की ओर से वैन ड्राइवरों के साथ संवाद सत्र का आयोजन किया गया। इसमें लगभग 40 वैन ड्राइवरों ने हिस्सा लिया। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना, यातायात नियमों का पालन और ड्राइवरों को अपनी समस्याओं व चिंताओं को साझा करने का अवसर प्रदान करना था।
ड्राइवरों से की गई सुरक्षा और व्यवहार पर चर्चा
सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। स्कूल के प्रिंसिपल फादर विनोद फर्नांडिस ने छात्रों के साथ व्यवहार में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पॉक्सो (POCSO) एक्ट के प्रावधानों व दिशा-निर्देशों के संबंध में ड्राइवरों को जागरूक किया। साथ ही किसी भी प्रकार के अनुचित व्यवहार से बचने की चेतावनी दी।
वैन ड्राइवरों की समस्याओं का समाधान
वैन ड्राइवरों ने अपनी समस्याएं स्कूल प्रबंधन के समक्ष रखीं और मिलकर कुछ समाधान निकाले गए। प्रिंसिपल ने ड्राइवरों को बताया कि वे स्कूल का अहम हिस्सा हैं। उनका कर्तव्य सिर्फ बच्चों को घर से स्कूल लाना और स्कूल से घर तक ले जाना ही नहीं है, बल्कि जब बच्चे साथ होते हैं, तो उन्हें आदर्श व्यवहार से अवगत कराने की भी जिम्मेदारी है।
ड्राइवरों को किया गया सम्मानित
इस सत्र ने एक उत्सव का रूप ले लिया, जब कुछ वैन ड्राइवरों को उनके लंबे समय से स्कूल से जुड़े होने के लिए सम्मानित किया गया। इनमें से कुछ ड्राइवर 1992 से लोयोला स्कूल के छात्रों को लाते-ले जाते रहे हैं। फादर विनोद फर्नांडीस ने इन ड्राइवरों को बधाई दी और उनकी समर्पित सेवा के लिए आभार जताया।
सम्मान समारोह में ये हुए शामिल
इस अवसर पर सीनियर सेक्शन की वाइस प्रिंसिपल जयंती शेषाद्री और जूनियर सेक्शन की वाइस प्रिंसिपल वीनीता एक्का भी उपस्थित थीं। सत्र का समापन आपसी सद्भावना के साथ हुआ, जिससे सभी हितधारकों के बीच संबंध मजबूत हुए।