प्रयागराज : मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कदम उठाए हैं। उन्होंने देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की, जिसमें उन्होंने स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में एडीजी, जिलाधिकारी प्रयागराज और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर अपडेट प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने उठाए सुरक्षा और व्यवस्था के कदम
मुख्यमंत्री ने बैठक में महाकुंभ मेला क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर सहित विभिन्न जिलों के अधिकारियों को एकजुट होकर काम करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और चित्रकूट के सभी जिलों से श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए किए गए इंतजामों पर नजर रखी जाए। इसके साथ ही, प्रयागराज और उसके सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाए रखने और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए।
मुख्य निर्देशों में शामिल उपाय
रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाई जाए : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि हर श्रद्धालु सुरक्षित अपने घर वापस लौट सके। इसके लिए रेलवे विभाग के साथ समन्वय कर ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से किया जाए। इसके साथ ही, परिवहन निगम की अतिरिक्त बसों का भी प्रबंध किया जाए।
भीड़ नियंत्रण के लिए कदम : मेला क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में होल्डिंग एरिया बनाने की योजना पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया। जहां भीड़ बढ़े, वहां लोगों को रोका जाए और भोजन, पानी की सुविधा का इंतजाम किया जाए। इसके साथ ही, इन होल्डिंग एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए।
यातायात की सुगमता : मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रयागराज के आसपास के सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए। अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे प्रमुख मार्गों पर यातायात को सुचारु रखा जाए। प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को भी लगातार खुले रखा जाए।
मेला क्षेत्र में व्यवस्थित आवागमन : मेला क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ और जाम से बचने के लिए व्यवस्थाओं को बेहतर किया जाए। किसी भी स्थान पर भीड़ का दबाव न बनने पाए। यदि स्ट्रीट वेंडर मार्गों पर हैं, तो उन्हें खाली स्थानों पर व्यवस्थित किया जाए, ताकि आवागमन में कोई रुकावट न हो।
बसंत पंचमी के लिए विशेष इंतजाम : मुख्यमंत्री ने 3 फरवरी को होने वाले बसंत पंचमी के ‘अमृत स्नान’ को लेकर विशेष निर्देश दिए। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने और सुरक्षा व सुविधा के सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया।
विशेष अधिकारियों की तैनाती
महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में मंडलायुक्त के रूप में सेवा देने वाले आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की है। इसके अलावा, विशेष सचिव स्तर के पांच अधिकारियों को भी तैनात किया गया है, जो 12 फरवरी तक मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे। इसके साथ ही, पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी मेला क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर तैनात किया जाएगा।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाने के लिए त्वरित कार्रवाई की है और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।