मुंबई : महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री की बेटी और उनकी सहेलियों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। महाराष्ट्र के जलगांव जिले के मुक्ताईनगर में महाशिवरात्रि मेले के दौरान केंद्रीय मंत्री की बेटी और उनकी सहेलियों के साथ छेड़छाड़ का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि सात युवकों ने इन लड़कियों के साथ अभद्रता की और उनके मोबाइल फोन से तस्वीरें लेने की कोशिश की। इस घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री ने खुद थाने में शिकायत दर्ज करवाई और इसे लेकर राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मामले में वह एक मां के रूप में न्याय की गुहार लगाने थाने आई हैं।
पुलिस कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस के मुताबिक, 28 फरवरी को कोथली गांव में यात्रा के दौरान आरोपी युवक, जिनकी पहचान अनिकेत भोई, पीयूष मोरे, सहम कोली, अनुज पाटिल, किरण माली और सचिन पलवी के रूप में हुई है, ने इन लड़कियों का पीछा किया और अभद्र टिप्पणी की। आरोपियों ने केवल छेड़छाड़ ही नहीं की, बल्कि उनके फोन से तस्वीरें लेने का प्रयास भी किया। पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और पॉक्सो एक्ट और छेड़छाड़ की धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि बाकी छह आरोपियों की तलाश जारी है।
सुरक्षाकर्मी से भी हुई हाथापाई
वहीं, मेले के दौरान केंद्रीय मंत्री की बेटी के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी के साथ भी आरोपियों ने हाथापाई की। सुरक्षाकर्मी ने इसकी शिकायत भी पुलिस में की, जिसके बाद पुलिस ने इस पर भी कार्रवाई शुरू की है। पुलिस उपाधीक्षक कृष्णनाथ पिंगले के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ पहले भी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। कुछ आरोपियों के खिलाफ पहले से अन्य मामलों में भी रिपोर्ट दर्ज हैं।
मंत्री का बयान – महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर चिंता
केंद्रीय मंत्री ने घटना के बाद कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और उन्होंने इसे लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “मैं एक केंद्रीय मंत्री और सांसद के रूप में नहीं, बल्कि एक मां के रूप में न्याय की मांग करने आई हूं। अगर एक जनप्रतिनिधि की बेटी को इस तरह परेशान किया जा सकता है तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या स्थिति है?” उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और अब अपराधियों को कानून का डर नहीं रहा है।
केंद्रीय मंत्री की चिंता – प्रदेश में बढ़ते अपराध
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि कई लड़कियां ऐसे मामलों के सामने आने से हिचकिचाती हैं। लेकिन हमें ऐसे मामलों में चुप नहीं रहना चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि आरोपियों ने 4-5 लड़कियों के वीडियो भी बनाए हैं और उनका यह कृत्य महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चिंता पैदा करता है।
अगले कदम और पुलिस का बयान
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि इस मामले में कोई भी दबाव नहीं है और पूरी प्रक्रिया को कानून के मुताबिक पूरी तरह से निष्पक्ष रूप से निभाया जाएगा। यह घटना यह साबित करती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में हर स्तर पर सख्ती और संवेदनशीलता की आवश्यकता है। इस मामले ने एक बार फिर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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