फीचर डेस्क : भारत में महाशिवरात्रि का पर्व हर साल अत्यंत धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन, घरों से लेकर मंदिरों और शिवालयों तक महादेव की पूजा का भव्य आयोजन होता है। विशेष रूप से हरिद्वार और उज्जैन जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर महाशिवरात्रि की रौनक देखते ही बनती है, जहां शिव-पार्वती की बारात और भव्य जागरण, भजन-कीर्तन होते हैं।
महाशिवरात्रि का महत्व : महाशिवरात्रि का दिन भोलेनाथ और माता पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन हुआ था, जिससे यह दिन अत्यधिक शुभ और पवित्र माना जाता है। इस दिन महादेव की पूजा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
आज, 26 फरवरी 2025, महाशिवरात्रि के दिन विशेष संयोग है, क्योंकि श्रवण नक्षत्र और परिध योग का संयोग बन रहा है, जो शाम 5 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। इस समय शिवलिंग की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है, जिससे व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य की वृद्धि हो सकती है।
शिवलिंग पर चढ़ाएं ये सामग्री :
जल – शिवलिंग पर जल चढ़ाने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
दुर्वा – दुर्वा (घास) का अर्पण करना बहुत शुभ माना जाता है।
गाय के दूध से बना शुद्ध देसी घी – महाशिवरात्रि के दिन विशेष रूप से घी चढ़ाना चाहिए।
धतूरे के फूल – शिवलिंग पर धतूरे या आकड़े के फूल अर्पित करना शुभ होता है।
बेलपत्र – 21 बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करें, इससे महादेव प्रसन्न होते हैं।
चंदन, फूल, शक्कर और चावल – इन चीजों का अर्पण शिवलिंग पर करना चाहिए।
नीलकमल फूल – नीलकमल शिवलिंग पर चढ़ाने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
गन्ने का रस – गन्ने का रस चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
शमी के पत्ते – शमी के पत्तों का अर्पण भी शुभ होता है।
दूध मिश्रित जल – दूध में जल मिलाकर चढ़ाना अत्यधिक शुभ होता है।
ताजे फूल, सफेद तिल, गंगाजल और शहद – इन चीजों को भी चढ़ाना शुभ होता है।
शिवलिंग पर क्या न चढ़ाएं:
केतकी का फूल – शिवलिंग पर केतकी का फूल अर्पित करना वर्जित है।
तुलसी की पत्तियां – तुलसी की पत्तियां शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
सिंदूर – शिवलिंग पर सिंदूर अर्पित न करें, यह गलत माना जाता है।
टूटा हुआ चावल – टूटा हुआ चावल शिवलिंग पर अर्पित नहीं करना चाहिए।
हल्दी – शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाना अनुचित है।
कटा हुआ फूल, काला तिल और अशुद्ध फल या मिठाई – ये भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिव आरोग्य मंत्र : महाशिवरात्रि के दिन विशेष रूप से पूजा करते समय यह मंत्र पढ़ने से शरीर और मानसिक शांति प्राप्त होती है:
“माम् भयात् सवतो रक्ष श्रियम् सर्वदा।
आरोग्य देही में देव देव, देव नमोस्तुते।।
ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।”
यह मंत्र व्यक्ति की आरोग्यता और समृद्धि में मदद करता है।
महाशिवरात्रि का पर्व अपने साथ कई आशीर्वाद और पुण्य का अवसर लेकर आता है। शिवलिंग की पूजा और अर्पण में श्रद्धा और विश्वास से भरा हर कदम जीवन को संजीवनी प्रदान करता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा से आत्मा और शरीर को शांति मिलती है।