जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में ‘मइयां सम्मान योजना’ में फर्जीवाड़ा सामने आया है। लाभुकों की सूची में अनियमितता की संभावना को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि एक ही बैंक खाता संख्या से कई लाभुकों के नाम जुड़े हैं, जो योजना के मानदंडों का स्पष्ट उल्लंघन है।
उपायुक्त ने जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की लाभुक सूची की गहन जांच करें और अगले तीन कार्यदिवसों के भीतर रिपोर्ट जिला मुख्यालय को सौंपें।
पोटका में सबसे अधिक संदिग्ध लाभुक
जिले भर में 2912 ऐसे लाभुकों की पहचान की गई है, जिन्होंने एक ही बैंक खाते से योजना का लाभ उठाया है। इनमें चाकुलिया अंचल से 10, धालभूमगढ़ 81, मुसाबनी 97, बहरागोड़ा 99, डुमरिया 111, पटमदा 113, गुड़ाबांदा 122, चाकुलिया प्रखंड 164, बोड़ाम 191, घाटशिला 271, मानगो अंचल 300, गोलमुरी सह जुगसलाई 388, जमशेदपुर अंचल 390 तथा पोटका से 573 लाभुक शामिल हैं।
अनियमितता पर होगी सख्त कार्रवाई
उपायुक्त मित्तल ने दो टूक कहा है कि ऐसी अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी पाए गए फर्जी लाभुकों के नाम सूची से हटाए जाएंगे और उनसे राशि की वसूली की जाएगी। वहीं, अगर किसी कर्मी या पदाधिकारी की भूमिका संलिप्त पाई जाती है तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘मइयां सम्मान योजना’ का उद्देश्य जरूरतमंद और पात्र महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, न कि इसका अनुचित लाभ उठाना।जनभागीदारी की अपीलजिला प्रशासन ने नागरिकों और लाभुकों से अपील की है कि वे योजना से जुड़ी सत्य एवं प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराएं। यदि किसी को किसी प्रकार की अनियमितता या फर्जीवाड़े की जानकारी हो तो उसे तुरंत प्रशासन को सूचित करें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।
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