रामगढ़ : रामगढ़ पुलिस ने पांडे और श्रीवास्तव गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी माइंस संचालकों, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारों और कंपनी संचालकों से रंगदारी वसूलने के लिए जाने जाते थे। पुलिस ने इन अपराधियों के पास से देसी पिस्टल, जिंदा गोली, रंगदारी में वसूली गई रकम, और धमकी देने के लिए उपयोग किए गए मोबाइल फोन समेत कई अहम साक्ष्य बरामद किए हैं। इस गिरफ्तारी के बाद व्यापारियों को रंगदारी के भय से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
दोनों गैंग की आपराधिक गतिविधियों का पर्दाफाश
रामगढ़ और हजारीबाग जिले में सक्रिय इन गैंग्स ने व्यापारियों से रंगदारी वसूलने के लिए हथियार का भय दिखाकर धमकियां दी थी। पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में पुलिस को 13 अपराधियों के पास से एक लाख से ज्यादा रुपए की रंगदारी वसूली गई रकम मिली। इन अपराधियों के पास से कई ऐसी तस्वीरें और दस्तावेज भी मिले हैं, जो उनके आपराधिक नेटवर्क को साबित करते हैं।
एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि गिद्दी थाना क्षेत्र के राजविंदर सिंह उर्फ आकाश उर्फ गोलू और उसके साथियों ने रांची में एक निर्माण कार्य में काम कर रहे मजदूरों से रंगदारी वसूली थी। गिरफ्तार अपराधियों ने खुलासा किया कि उन्हें जेल में बंद अपराधियों से निर्देश मिलते थे और हर माह वेतन के रूप में पैसे मिलते थे।
श्रीवास्तव गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी
रामगढ़ पुलिस ने श्रीवास्तव गैंग के दो अपराधियों, साहिल सिंह और राहुल शर्मा को गिरफ्तार किया, जो पतरातू डेम के पास एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। इन दोनों अपराधियों के पास से एक देसी पिस्टल और तीन जिंदा गोली बरामद की गई। उन्होंने बताया कि वे श्रीवास्तव गैंग के लिए काम कर रहे थे और रंगदारी मांगने के लिए गोली भी चलाते थे।
कार्रवाई में शामिल अधिकारी
इस बड़ी कार्रवाई में पतरातू एसडीपीओ पवन कुमार, बड़कागांव एसडीपीओ, पतरातू थाना प्रभारी, भुरकुंडा ओपी प्रभारी और अन्य सशस्त्र बल शामिल थे। पुलिस ने अपराधियों से पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की जांच जारी है।